भारत में कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus) के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,64,511 हो गई है ,जो कि देश में संक्रमण के कुल मामलों का 1.48 प्रतिशत है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी, साथ ही बताया कि पिछले 24 घंटे में छह राज्यों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं. मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण के 86.37 प्रतिशत मामले देश के केवल 6 राज्यों- महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात से हैं. देश में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 16,752 नए मामले सामने आए हैं.
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 8,623 मामले, केरल में 3,792 और पंजाब में 593 नए मामले सामने आए हैं. मंत्रालय ने कहा कि आठ राज्यों में संक्रमण के रोजाना मामले बढ़ने का क्रम जारी है. तेलंगाना, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, जम्मू कश्मीर और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद कैबिनेट सचिव (Cabinet Secretary) ने शनिवार को इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की.
ढिलाई मंजूर नहीं, सख्ती से करवाया जाए नियमों का पालन
बैठक में कैबिनेट सचिव ने कहा कि राज्यों को संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार और सख्त निगरानी करने की जरूरत है ताकि पिछले साल मिल कर की गई कठिन मेहनत से मिली सफलता बेकार न चली जाए. वहीं, मंत्रालय ने कहा कि राज्यों को अपनी निगरानी कम नहीं करने, कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने संबंधी उपाय और नियम सख्ती से लागू करने और नियम तोड़ने वालों से कड़ाई से निपटने की सलाह दी गई है. इस बात पर जोर दिया गया कि स्थिति बहुत बिगड़ जाने की आशंका को ध्यान में रखकर असरकारी रणनीतियों का पालन करने की जरूरत है.
केंद्र सरकार ने इन 10 राज्यों में बनाई हाई लेवल टीम
केंद्र सरकार ने केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु , पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात और जम्मू कश्मीर में हाई लेवल टीम बनाई हैं, जो संक्रमण के मामलों में वृद्धि के कारणों का पता लगाएंगी और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिल कर काम करेंगी. सुबह सात बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की 1,43,01,266 डोज 2,92,312 सेशनों में दी गई हैं. इसमें 66,69,985 स्वास्थ्यकर्मी (पहली डोज), 24,56,191 स्वास्थ्यकर्मी (दूसरी डोज) और फ्रंटलाइन के 51,75,090 कर्मचारियों को दी गई पहली डोज शामिल है.