पटना। पूर्णिया सीट पर अब सस्पेंस बरकरार है। आज निर्णय लेने की अंतिम घड़ी है। पप्पू यादव (Pappu Yadav) को आज ही यह फैसला लेना होगा कि वह मैदान में डटे रहेंगे या नामांकन वापस लेंगे।
दरअसल, पर्चा वापस लेने की आखिरी तारीख आज ही है। इस बीच, सियासत और तेज हो गई है। पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस नेता रंजीत रंजन (Ranjit Ranjan) ने इस मामले में बयान दिया है।
रंजीत रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पप्पू यादव महागठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। यह हमारे गठबंधन के लिए अच्छी बात नहीं है। वह गठबंधन के एक मजबूत साथी हैं और तीन बार निर्दलीय पूर्णिया सीट से जीत चुके हैं।
पप्पू यादव महागठबंधन को मजबूत करने का काम करेंगे- रंजीत रंजन
उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि वह पार्टी धर्म से जुड़ी हैं, लेकिन उनका मानना है कि वह पप्पू यादव साथ होते तो महागठबंधन के लिए अच्छा होता। हालांकि, वह अभी भी इंडी गठबंधन के साथ खड़े हैं और मजबूती से लड़ रहे हैं। रंजीत रंजन ने आखिर में भी यह कहा कि पप्पू यादव महागठबंधन को मजबूत करने का काम करेंगे।
बता दें कि पप्पू यादव पूर्णिया संसदीय क्षेत्र (Purnia Seat) का तीन-तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हाल में ही उन्होंने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में किया था और यहां से उनका कांग्रेस (Congress) से प्रत्याशी बनना तय माना जा रहा था। ऐन मौके पर यह सीट राजद ने अपने हिस्से में ले ली और अब वे निर्दलीय मैदान में हैं।