नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो शेयर करने के मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी के PA सतीश वंसोला को पालनपुर से गिरफ्तार किया है। इसके अलावा मामले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बताए जा रहे शख्स को भी गिरफ्तार किया है।
क्राइम ब्रांच के एक्शन पर कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी की प्रतिक्रिया सामने आई है। जिग्नेश मेवाणी ने बीजेपी नेताओं को खरी-खरी सुनाई है। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में कभी भी फेक वीडियो या प्रोपगेंडा का समर्थन नहीं कर सकता। इस तरह की हरकतों की निंदा करता हूं।
किसी को भी जानबूझकर निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। चुनाव के वक्त वो कैंपेन ना कर पाए, इस तरह से टारगेट नहीं करना चाहिए। पाटन लोकसभा सीट कांग्रेस जीतने जा रही है। यहां हम दलितों के लिए काम ना कर सके। उसी इरादे के साथ सतीश को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी आरएसएस के लोग आईटी सेल चलाते हैं। ये लोग फर्जी खबरें फैलाते हैं। इसको संज्ञान में लिया जाए तो बीजेपी और आरएसएस के 10 हजार लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। सतीश मेरे भाई के बराबर है। मैं 6 साल से करीब से जानता हूं। वो जानबूझकर ऐसा नहीं कर सकते हैं।
कई आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज
मामले में महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के इंटरनेट मीडिया हैंडल और 16 अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। मुंबई बीजेपी नेता प्रतीक करपे की शिकायत पर ये कार्रवाई हुई है।
फर्जी वीडियो में क्या है?
अमित शाह का फर्जी वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में शाह को यह कहते हुए सुना गया कि केंद्र में अगली सरकार बनते ही एससी-एसटी या ओबीसी आरक्षण को समाप्त कर दिया जाएगा। हालांकि, शाह ने अपने भाषण में ऐसा कुछ नहीं कहा था।