जम्मू: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि, उनके पास बंगाल में ममता बनर्जी के लिए प्रचार का वक्त नहीं है. शनिवार से जम्मू में केंद्र सरकार के रोहिंग्या पर एक्शन डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि भारत को यूनाइटेड नेशंस के रिफ्यूजीयों के चार्टर का सम्मान करना चाहिए.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जम्मू के एक क्लब में हिस्सा लेने पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार अगर इस महिला दिवस पर देश की महिलाओं को कोई बड़ा तोहफा देना चाहती है तो केंद्र सरकार को बिना किसी देरी के महिला सशक्तिकरण बिल संसद में पास करवाना चाहिए.”
प्रशासन ने 150 से ज्यादा रोहिंग्या को डिटेंशन सेंटर भेजा है
केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद शनिवार से जम्मू कश्मीर प्रशासन ने प्रदेश में रह रहे हैं रोहिंग्या शरणार्थियों पर एक्शन किया है. प्रदेश प्रशासन ने फिलहाल डेढ़ सौ से ज्यादा रोहिंग्या को डिटेंशन सेंटर भेजा है. रोहिंग्या ऊपर केंद्र सरकार के सेक्शन पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सभी लोग म्यामार और बमगलादेश के हालात जानते है. उन्होंने कहा कि, वहां फौज क्या कर रही है इससे भी सब परिचित है.
उन्होंने आगे कहा कि, यूनाइटेड नेशंस का रिफ्यूजीस का एक चार्टर है और भारत सरकार ने भी उस पर हस्ताक्षर किए हैं. फारूक ने कहा कि भारत को उस चार्टर को कबूल करना चाहिए और उस पर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार को और इंसानियत के हिसाब से बर्ताव करना चाहिए.
ममता दीदी के लिए प्रचार का समय नहीं है- फारूक अब्दुल्ला
बंगाल चुनाव पर जब डॉ फारूक अब्दुल्ला से यह पूछा गया कि क्या वह इन चुनाव में ममता बनर्जी के लिए प्रचार करेंगे तो इस पर डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उनके पास बंगाल में ममता दीदी के लिए प्रचार का समय नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ और पार्टी से नाराज चल रहे जी 23 नेताओं की अगुवाई कर रहे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेसी बताया.