गाजा। हमास ने गुरुवार को कहा कि उसने मध्यस्थों से कहा है कि वह चल रहे आक्रमण के दौरान और अधिक वार्ता में भाग नहीं लेगा, लेकिन यदि इजरायल युद्ध रोक देता है तो वह बंधकों और कैदियों की अदला-बदली सहित पूर्ण समझौते के लिए तैयार है।
गाजा युद्ध में इजरायल और इस्लामवादी आंदोलन के बीच युद्ध विराम की व्यवस्था करने के लिए मिस्र और कतर सहित अन्य लोगों द्वारा मध्यस्थता की गई वार्ता बार-बार रुकी है, जिसमें दोनों पक्ष प्रगति की कमी के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराते हैं।
ICJ की बात भी नहीं मान रहा इजरायल
हमास का नवीनतम बयान तब आया है जब इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) द्वारा हमलों को रोकने के आदेश के बावजूद दक्षिणी गाजा शहर रफा पर आक्रमण जारी रखा है। हाल ही में रफा पर इजरायली हमले में कई आम नागरिकों की मौत हो गई थी।
इस शर्त पर समझौते को तैयार हुआ हमास
हमास और फलस्तीनी गुट हमारे लोगों पर आक्रमण, घेराबंदी, भुखमरी और नरसंहार के मद्देनजर (युद्ध विराम) वार्ता जारी रखकर इस नीति का हिस्सा बनना स्वीकार नहीं करेंगे। आज हमने मध्यस्थों को अपनी स्पष्ट स्थिति से अवगत कराया है कि अगर इजरायल गाजा में हमारे लोगों के खिलाफ अपना युद्ध और आक्रमण बंद कर देता है तो हम एक पूर्ण समझौते पर पहुंचने के लिए तैयार हैं, जिसमें एक व्यापक विनिमय सौदा भी शामिल है।
इजरायल ने पिछले प्रस्ताव खारिज किए
इजरायल ने हमास के पिछले प्रस्तावों को अपर्याप्त बताकर खारिज कर दिया है और कहा है कि वह अपने विनाश पर आमादा समूह को मिटाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इजरायल का कहना है कि उसका रफा आक्रमण बंधकों को बचाने और हमास लड़ाकों को जड़ से उखाड़ने पर केंद्रित है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पूरे गाजा में इजरायल के आक्रमण में लगभग 36,000 फलस्तीनी मारे गए हैं। इजरायल ने यह अभियान तब शुरू किया, जब हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायली समुदायों पर हमला किया था, जिसमें इजराइली आंकड़ों के अनुसार, लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था।