Latest News उत्तर प्रदेश मिर्जापुर राष्ट्रीय लखनऊ

‘लेखपाल पर कार्रवाई करिए नहीं तो हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे’, SDM से बोले भाजपा विधायक


गैपुरा (मीरजापुर)। सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर नीबी गहरवार गांव स्थित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पहुंचे नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा उस समय भड़क गए जब कई ग्रामीण एक स्वर में नशे में धुत हल्का लेखपाल पर गाली गलौज व बदजुबानी करने की शिकायत की।

ग्रामीणों की इस बात पर नगर विधायक ने एसडीएम सदर आशाराम वर्मा को फोन कर कहा कि एसडीएम साहब घूसखोर लेखपाल पर कार्रवाई करिए नहीं तो उसके हाथ पैर तोड़ दिए जाएंगे। नगर विधायक ने कड़े शब्दों में एसडीएम सदर से लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया। दरअसल, वरासत करने तथा पैमाइश के नाम पर लेखपाल पर धन उगाही करने का आरोप लगाया गया है।

ग्रामीणों ने सुनाया लेखपाल का ऑडियो

ग्रामीणों ने बताया कि लेखपाल दिव्यांशु श्रीवास्तव ने नीबी गहरवार व आसपास के गांवों में कुछ दलाल व बिचौलियों को रखा है। इस संबंध में लेखपाल का एक ऑडियो क्लिप भी सुनाया गया। इसमें लेखपाल पार्टी देने, वरासत कराने व पैमाइश करने के लिए भूमि मालिक से सुविधा शुल्क देने की मांग कर रहा है। विरोध करने पर गाली गलौज करने लगा। यहां तक की उच्चाधिकारियों को अपशब्द बोल रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि सदर तहसील में इस व्यापक भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। लेखपाल हो या कानूनगो हर कोई वरासत, भूमि की पैमाइश आदि कार्य के लिए खुलेआम रुपये ले रहे हैं। इसपर लगाम लगाया जाए। विधायक ने एसडीएम सदर से दूरभाष पर लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी।

विधायक ने एसडीएम सदर से लेखपाल के खिलाफ कठोर कार्यवाही के लिए कहा। चेतावनी दी कि ग्रामीणों से गालीगलौज करना गलत बात है। कई ग्रामीणों ने लेखपाल की शिकायत दर्ज कराई। साथ ही लेखपाल से हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप भी विधायक को सौंप दिया। उधर नगर विधायक का भी वीडियो प्रसारित हो रहा है।

नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने बताया- किसी भी अधिकारी का व्यवहार इस तरह का नहीं होना चाहिए जो गाली गलौज करें और लोगों से धन उगाही में संलिप्त हो। ऐसे लोगाें पर कड़ी कार्रवाई की जाए। मां-बहन की अगर कोई गाली देगा तो कोई हाथ-पैर तोड़ देगा।

एसडीएम सदर आशाराम वर्मा ने बताया- लेखपाल दिव्यांशु श्रीवास्तव का गाली गलौज का ऑडियो प्रसारित हाेने पर उसे निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच तहसीलदार हेमंत बिंद को सौंपी गई है।