दुर्घटना होने तत्काल एम्बुलेंस को जाएगा मैसेज
वाराणसी। क्षेत्र के हरपालपुर गांव के शितला चिल्ड्रेन स्कूल के पांच छात्राओं ने दुर्घटना होने पर एक ऐसा हेलमेट तैयार किया है कि जो सरकारी एम्बुलेंस को सूचित कर करके दुर्घटना स्थल पर बुला सकता है।बाइक चालकों के लिए यह खुशखबरी है। संस्कृति सिंह, दीपाली सिंह, रियांशी, हिंमांशु पटेल, राजीव प्रताप आनंद ने मिलकर सडक दुर्घटना से लोगों की मदद के लिए दो पहिया वाहन चालकों के लिए ( गरुड़ कवच) हेलमेट तैयार किया है। छात्राओं का दावा है ये हेलमेट सडक दुर्घटना में तत्काल डाक्टर एम्बुलेंस को काल मैसेज लोकेशन के माध्यम से मदद करता है। संस्कृति सिंह ने बताया कि इसकी सहायता से समय रहते दुर्घटना के वक्त घायल ब्यकि के परिजनों और इमरजेंसी नम्बर के माध्यम से समय रहते जान बचाई जा सकती है। इस अभियान में शामिल रियांशी ने कहा कि इस हेलमेट को दो पहिया वाहन चालक अपने मोबाइल के ब्लूटूथ से कनेक्ट कर इस्तेमाल कर सकते है। इसकी खासियत साइड में एक इमरजेंसी बटन लगाया गया है। जिसे प्रेस करने पर सेट नम्बर पर काल और लोकेशन सेंड हो जायेगा। यही नहीं इसे एक बार चार्ज करने पर दो दिनों तक प्रयोग किया जा सकता है. इस सम्बन्ध में दीपाली ने बताया कि एक आकड़े के मुताबिक देश भर में वाहन दुर्घटना से करीब पांच सौ लोगों की जाने प्रतिदिन जा रही है। तथा हर वर्ष एक लाख लोग मौत के मुँह चले जा रहे है। स्कूल के प्रबंधक राजन तिवारी ने बताया कि छात्राओं का आइडिया सराहनीय है. स्कूल के प्रधानाचार्य चन्द्रधर तिवारी ने कहा कि हमारे स्कूल के छात्र, छात्राओं ने जो नवाचार किया है। उसे आगे बढाने के लिए हमने भारत सरकार के विज्ञान विभाग द्वारा संचालित इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता को मेल भेजा हूँ। इससे बच्चों के नवाचार को ऊचित मार्ग दर्शन मिल सके। इस योजना को तैयार करने में चार दिनों का समय लगा है. हिमांशु और राजीव प्रताप ने बताया कि इस हेलमेट को तैयार करने में 9500 रुपये का खर्च आया है। इस अभियान में शामिल छात्रों ने यह भी बताया कि इसके निर्माण में ब्लूटूथ मिनी माडल 3.7 बोल्ट बैटरी, एलइडी लाइट का प्रयोग किया गया है।
