भोर में लाउडस्पीकर से होने वाली अजान से नींद में खलल पड़ने से ”परेशान” इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को एक पत्र लिखकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। इस पत्र के सार्वजनिक होने के बाद मस्जिद के मौलवी ने स्वयं लाउडस्पीकर की दिशा बदल दी और ध्वनि कम कर दी। पुलिस क्षेत्राधिकारी सुदीप कुमार ने बताया कि सिविल लाइंस में आईजी कार्यालय के पास ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव का आवास है तथा उनके आवास के पास की मस्जिद में लाउडस्पीकर से अजान पर रोक संबंधी संगीता श्रीवास्तव का पत्र सार्वजनिक होने के बाद मस्जिद के मौलवी ने खुद ही लाउडस्पीकर की दिशा बदल दी और ध्वनि का स्तर घटा दिया।
कुलपति ने तीन मार्च, 2021 को लिखे इस पत्र में कहा है, “प्रतिदिन सुबह साढे पांच बजे मेरे घर के पास स्थित मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से मौलवी द्वारा अजान की जाती है जिससे मेरी नींद टूट जाती है और नींद ऐसी टूटती है कि लाख कोशिशों के बावजूद दोबारा नींद नहीं आती।” प्रोफेसर श्रीवास्तव ने लिखा है, ” नींद पूरी नहीं होने से दिनभर सिरदर्द बना रहता है जिससे उनका कार्य प्रभावित होता है। मैं किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं हूं और वे माइक के बगैर अजान कर सकते हैं जिससे दूसरे लोग प्रभावित ना हों।”
पत्र में कहा गया है, ” ईद से पहले ही वे सुबह चार बजे माइक पर सहरी का ऐलान करते हैं। इस व्यवस्था से भी दूसरे लोगों को परेशानी होती है। भारत का संविधान सभी समुदायों को शांतिपूर्ण तरीके से साथ रहने का अधिकार देता है जिसका ईमानदारी से पालन किया जाना चाहिए।”
कुलपति ने 2020 की जनहित याचिका (अफजल अंसारी एवं दो अन्य बनाम उत्तर प्रदेश सरकार एवं दो अन्य) में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का हवाला देते हुए जिलाधिकारी से इस संबंध में त्वरित कार्रवाई का अनुरोध किया।
उन्होंने इस पत्र की एक प्रति मंडलायुक्त, प्रयागराज, पुलिस महानिरीक्षक (प्रयागराज रेंज) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी भेजी है। इस पत्र पर कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि इस मामले में जांच की जा रही है और उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ जया कपूर ने बताया कि कुलपति संगीता श्रीवास्तव 15 मार्च से अवकाश पर हैं और उनके आने के बाद ही उनसे संपर्क हो सकेगा।