नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों के बीच घमासान चरम पर है. इस बीच खबर आई है कि बीजेपी बंगाल में 21 मार्च को अपना घोषणा पत्र जारी करेगी. गृह मंत्री अमित शाह कोलकाता में घोषणा पत्र जारी करेंगे. एबीपी को सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस घोषणा पत्र में सत्ता में आने पर आयुष्मान भारत योजना को बंगाल में तुरंत प्रभाव से लागू किए जाने की बात कही जा सकती है. इसके अलावा बीजेपी महिलाओं के लिए 33 फीसदी सरकारी नौकरी में आरक्षण, चार लाख मछुआरों को 6000 रुपये प्रतिवर्ष और 7वें वेतन आयोग लागू करने का वादा कर सकती है.
पार्टी का दावा था कि घोषणा पत्र तैयार करने के लिए प्रदेश में दो करोड़ लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं. ‘लोक्खो सोनार बांग्ला’ घोषणा पत्र अभियान के तहत बीजेपी सीधे तौर पर राज्य के नागरिकों से जुड़ी और उनसे सुझाव मांगे. राज्यों के हर कोने में नागरिकों तक पहुंचने के लिए राज्य भर में लगभग 30,000 सुझाव बॉक्स (प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 100) लगाए गए. एक नंबर भी जारी किया गया, जिसपर मिस्ड कॉल करके लोगों ने अपने सुझाव रिकॉर्ड कराए.
अपने घोषणा पत्र के लिए लोगों से सुझाव लेने के अभियान ‘लोक्खो सोनार बांग्ला’ के लिए बीजेपी ने विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें कीं. 2019 के आम चुनाव के लिए भी बीजेपी ने लोगों से अपने घोषणा पत्र के लिए सुझाव मांगा था. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी ने आम लोगों से सुझाव लिए थे.
बंगाल में सीटों का सियासी गणित
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री हैं. 2016 विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. वहीं कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 26 और बीजेपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि अन्य ने दस सीटों पर जीत हासिल की थी. यहां बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए.
कुल 294 सीटों के लिए आठ चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होगा. इसी तरह दूसरे चरण में एक अप्रैल को मतदान होगा. छह अप्रैल को तीसरे चरण के लिए मतदान होगा. चौथे चरण में 10 अप्रैल को मतदान होगा. पांचवें चरण का मतदान 17 अप्रैल को होगा. छठें चरण का मतदान 22 अप्रैल को होगा. 26 अप्रैल को सातवें चरण का मतदान होगा. आठवें चरण के लिए मतदान 29 अप्रैल को होगा. सभी चरणों के नतीजे एक साथ दो मई को आएंगे.