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सबूतों के साथ सामने आए तेजस्वी यादव, कहा- काश विधानसभा अध्यक्ष मंत्रियों से भी मांगते प्रमाण


पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंत्री राम सूरत राय के मामले में बैकफुट पर आने को तैयार नहीं हैं. मंत्री से जुड़े शराब मामले में तेजस्वी रोजाना नए सबूत पेश कर रहे हैं, जिससे मामला और विवादित होता जा रहा है. इसी क्रम में शनिवार को उन्होंने बिहार विधानसभा के बाहर सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले पीसी की, जिसमें उन्होंने कहा कि हम विधानसभा अध्यक्ष को सबूत दिखाएंगे, जिसमें ये साफ लिखा है कि स्कूल के संस्थापक मंत्री सूरत राय ही हैं.

उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर के पारो विधानसभा से विधायक अशोक कुमार सिंह ने भी कहा कि स्कूल मंत्री रामसूरत राय की ही है और वो कई बार मंत्री के साथ स्कूल में जा चुके हैं. इससे ये स्पष्ट है कि हमने बिना तथ्य के कुछ नहीं कहा है.

तेजस्वी ने कहा कि जिस स्कूल कैम्पस से शराब बरामद की गई थी, उस जगह से महज कुछ ही दूरी पर शराब बरामद की गई थी. वहां, थाने का निर्माण करा दिया गया है. ऐसे में सवाल ये है कि मंत्री के भाई के स्कूल परिसर में अब तक थाने का निर्माण क्यों नहीं हुआ? उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ” मंत्री जी ने सदन को झूठ बोलकर क्यों गुमराह किया? हमसे सबूत मांगा जा रहा है, काश मंत्री जी से भी मांगा जाता. खैर हमारे पास और भी कई सबूत हैं, जिनसे हम अभी स्पीकर को अवगत कराएंगे.”

वहीं, नीतीश कैबिनेट के मंत्रियों के दागी होने के मुद्दे पर उन्होंने पत्रकारों के सामने एडीआर की रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि सदन में हमने कहा था कि बिहार सरकार में 60 फीसदी से ज्यादा मंत्री दागी हैं, हमने ये भी कहा था कि हमारे पास इसका प्रमाण है. हम बिना तथ्यों के कोई बात नहीं कहते हैं.

उन्होंने कहा कि एडीआर की रिपोर्ट में साफ लिखा है कि 18 मंत्री यानि 64 फीसदी हाफ डिक्लियर्ड क्रिमिनल केस में शामिल हैं. इनमें से 14 मंत्री ऐसे हैं, जो हाफ डिक्लियर्ड सीरियस क्रिमिनल केस में शामिल हैं. मतलब 50 फीसदी मंत्रियों पर हत्या और रेप जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं.

तेजस्वी ने कहा कि अगर अध्यक्ष चाहेंगे तो उन्हें हम इंडिविजुअल रूप से भी सबूत देने का काम करेंगे, सभी का अलग-अलग डाटा के साथ. गौरतलब है कि इन दिनों बिहार सरकार के मंत्रियों का दागी होने का मुद्दा विपक्ष की ओर से जोर शोर से उठाया जा रहा है. बजट सत्र के दौरान सदन में कई बार इस मुद्दे पर हंगामा हुआ है.