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सेंसेक्स 529 अंक और चढ़ा, निफ्टी 13,700 अंकके पार


मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में तेजी से स्थानीय शेयर बाजारों में बढ़त का सिलसिला बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन जारी रहा और सेंसेक्स 529 अंक और चढ़ गया। ब्रेक्जिट व्यापार करार को लेकर संभावनायें बढऩे से वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख से भी यहां धारणा मजबूत हुई। कारोबारियों ने कहा कि रुपये की मजबूती तथा विदेशी कोषों के सतत प्रवाह से भी बाजार को रफ्तार मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 529.36 अंक या 1.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 46,973.54 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 148.15 अंक या 1.09 प्रतिशत के लाभ से 13,749.25 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर सबसे अधिक 3.04 प्रतिशत चढ़ गया। सन फार्मा, ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, आईसी आईसी आई बैंक, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और कोटक बैंक के शेयर भी लाभ में रहे। सेंसेक्स की बढ़त में आधे से अधिक योगदान रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का रहा। वहीं दूसरी ओर इन्फोसिस, नेस्ले इंडिया, इंडसइंड बैंक, डॉ. रेड्डीज, एचसीएल टेक और बजाज फिनसर्व के शेयर 1.32 प्रतिशत तक टूट गए। चार कारोबारी दिवस वाले इस सपताह में सेंसेक्स 12.85 अंक या 0.02 प्रतिशत लाभ में रहा। वहीं निफ्टी 11.30 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरावट में रहा। शुक्रवार को क्रिसमस पर बाजारों में अवकाश रहेगा। ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच ब्रेक्जिट करार होने को है, जिससे वैश्विक बाजारों में तेजी का रुख रहा। कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं बुनियादी शोध प्रमुख रुस्मिक ओझा ने कहा, ”यह एक छोटा लेकिन काफी घटनाक्रमों वाला सप्ताह रहा और शेयर मूल्यों में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। सोमवार को जबर्दस्त ‘गिरावटÓ के बाद तीन कारोबारी सत्रों में बाजार चढ़ा। मासिक निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहा।ÓÓ उन्होंने कहा कि इन्फोसिस और विप्रो द्वारा इस सप्ताह बड़े करारों की घोषणा से आईटी कंपनियों के शेयर एक बार फिर आकर्षण के केंद्र में रहे। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.59 प्रतिशत तक का लाभ रहा। अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, हांगकांग और तोक्यो सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ। वहीं शंघाई में गिरावट रही। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार बढ़त में थे। इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.48 प्रतिशत के नुकसान से 51.04 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में रुपया 21 पैसे की बढ़त के साथ 73.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बुधवार को शुद्ध रूप से 536.13 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।