भारत में कोरोना वायरस से स्थिति भयावह होती जा रही है। लोगों को अस्पतालो में इलाज नहीं मिल पा रहा है। अस्पतालों में न तो बेड है और न ही ऑक्सीजन। अभाव में लोग तड़तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। कई राज्यों में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अब तो मोदी सरकार के बड़े बड़े मंत्री भी डर जताने लगे हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने डर जताते हुए कहा कि कोरोना वायरस और कितना खतरनाक होगा और कब तक चलेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है। घर के घर कोविड ग्रस्त हैं और आने वाले 15 दिन या 1 महीने में क्या होगा यह कहना मुश्किल है।
जनसत्ता की खबर के मुताबिक नितिन गडकरी ने कहा कि लोगों को सर्वश्रेष्ठ के लिए सोचना चाहिए, लेकिन सबसे खराब के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए दीर्घकालिक प्रबंधों की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए दीर्घकालिक प्रबंधों की आवश्यकता पर जोरे देते हुए कहा, ‘स्थिति अत्यंत गंभीर है और कोई नहीं जानता कि यह कब तक रहेगी।’ नागपुर से सांसद गडकरी ने भिलाई से अस्पतालों के लिए 40 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एम्स नागपुर में 300 बिस्तर और जोड़े जा रहे हैं तथा अस्पताल के लिए विशाखापत्तनम से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है।