दिल्ली पुलिस की ओर से दिल्ली ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी सूचना के आधार पर छापेमारी कर इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया जा रहा है. दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की ओर से जब्त की जाने वाली मेडिकल सामग्री के जरूरत के हिसाब से अस्पतालों को मरीजों के लिये हैंडओवर किया जा रहा है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिश्वाल के मुताबिक जिस तरीके से कोरोना संक्रमण का प्रसार हो रहा है. इसकी आड़ में ब्लैक मार्केटिंग और क्रिटिकल कोविड मेडिसिन और अन्य मेडिकल प्रयोग में आने वाली चीजों की कालाबाजारी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी जोर शोर से की जा रही है.
दिल्ली पुलिस की ओर से इस तरह के मामलों पर मिलने वाली शिकायतें और सूचनाओं के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए छापेमारी की जा रही है.
प्रवक्ता के मुताबिक दिल्ली पुलिस की ओर से अभी तक बड़ी संख्या में जीवन रक्षक रेमेडीसिवर, ऑक्सीजन और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि जब्त करके अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध कराया गया है.
प्रवक्ता के मुताबिक फेफड़ों में उच्च संक्रमण रोकथाम के लिये प्रयोग की जाने वाली रेमेडीसिवर के 86 इंजेक्शन बरामद किए हैं. इन सभी इंजेक्शन को दिल्ली सरकार (Delhi Government) के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल, दीपचंद बंधु अस्पताल के अलावा पार्क अस्पताल, कैलाश अस्पताल, सीडीएमओ तेरापंथ छतरपुर, रोहिणी कोविड केयर सेंटर और डीडीएमए नॉर्थ आदि को हैंड ओवर किया गया है.
इसके अलावा Febipiravur की 90 टेबलेट भी बरामद की गई हैं. इन टेबलेट्स को DC नार्थ के आदेशों पर दीपचंद बंधु अस्पताल को दिया गया है. वहीं, 100 रेमेडीसिवर इंजेक्शन को संबंधित संबंधित अथॉरिटी से आदेश मिलने के बाद हैंड ओवर कर दिया जाएगा. इसकी प्रक्रिया जारी है.