- दिल्ली: ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने बुधवार को 2 से 18 आयुवर्ग में कोवाक्सिन के दूसरे या तीसरे क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दे दी। ऐसे में अब भारत बायोटेक 525 हेल्थ वॉलेंटियर्स पर कोवाक्सिन का ट्रायल करेगा। इस ट्रायल में सभी वॉलेंटियर्स को 0 से 28 दिन के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज दी जाएगी। भारत बायोटेक कोवैक्सीन लिमिटेड, हैदराबाद ने 2 से 18 साल की उम्र के लिए दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी की सिफारिश की थी।
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (एसईसी) ने मंगलवार को हैदराबाद की भारत बायोटेक की सिफारिश पर चर्चा की थी। इसके बाद समिति ने कोवैक्सीन के 2 से 18 साल के आयुवर्ग पर दूसरे और तीसरे ट्रायल को मंजूरी देने की सिफारिश डीसीजीआई से की थी ।
फिलहाल देश में तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान चल रहा है, जिसमें 18-44 आयुवर्ग के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है । वहीं अब कोवाक्सिन बनाने वाली भारत बायोटेक का कहना है कि 18 राज्यों में 1 मई से डायरेक्ट वैक्सीन की सप्लाई की जा रही है ।
कोवाक्सिन का निर्माण भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की मदद से भारत बायोटेक द्वारा बनाया गया है । यह भारत की पहली स्वदेशी वैक्सीन है । भारत में कोवैक्सीन के अलावा कोविशील्ड भी प्रमुख वैक्सीन है , जो अस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट के सहयोग से बनी है ।