- नई दिल्ली. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने प्रदेश के पूर्व मंत्री और सात बार विधायक रह चुकी इंदिरा हृदयेश को याद करते हुए कहा कि वह एक युवा हृदय कि महिला होने के साथ-साथ हमारे अभिभावक भी थी. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद कांग्रेस को उत्तराखंड की जनता को एक बड़ी क्षति हुई. इंदिरा हृदयेश को हरीश रावत ने एक विदुषि महिला बताते हुए कहा कि संसदीय परंपराओं और विधाओं में भी उनकी अच्छी खासी दखल थी.
वे विधायकों के साथ सभापति के लिए भी प्रेरणा के स्रोत थी. उत्तराखंड और हल्द्वानी के विकास में उनकी काफी महत्वपूर्ण भूमिका थी, उनके निधन से उत्तराखंड की जनता ने एक मां खो दिया है, लेकिन उनका ममत्व हमेशा उत्तराखंड की जनता के साथ रहेगा. एक मायने में वह उत्तराखंड के विकास की माता थी.
कांग्रेस की वापसी में इंदिरा हृदयेश की अहम भूमिका
हरीश रावत का कहना है कि उत्तराखंड में कांग्रेस की वापसी में इंदिरा हृदयेश की हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका रही है. कल ही सभी साथ बैठकर के प्रदेश में परिवर्तन यात्रा को लेकर के चर्चा कर रहे थे और उसकी रूपरेखा बना रहे थे, लेकिन किसी मालूम था कि वह आज एक अलग लंबी यात्रा पर चली जाएंगी. हरीश रावत का कहना था कि कैबिनेट की बैठक के दौरान इंदिरा हृदयेश हमेशा कहा करती थी कि कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लेना चाहिए बल्कि सोच समझकर के लेना चाहिए.
इंदिरा हृदयेश को बताया आयरन लेडी
उत्तराखंड कांग्रेस सोशल मीडिया हेड शिल्पा अरोड़ा ने इंदिरा हृदयेश को आयरन लेडी बताते हुए कहा कि वह पूरे देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत थी. उनका कहना है कि वह सीधी बात किया करती थी और सही को सही और गलत को गलत कहने में नहीं हिचकती थी. उन्होंने कहा कि कल रात ही उन्होंने उनके साथ डिनर किया था आइसक्रीम खाई थी और फिर इंदिरा हृदयेश ने कैपिचिनो कॉफ़ी पीने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे उनके ड्राइवर ने ला करके दी थी, उन्हें नहीं मालूम था कि यह इंदिरा हृदयेश की आखिरी भोजन साबित होगी.
उत्तराखंड से सांसद प्रदीप टम्टा ने इंदिरा हृदयेश को मार्गदर्शक बताया और कहा कि जब राजनीति और सामाजिक जीवन में महिलाओं की भागीदारी ना कि बराबर थी तब इंदिरा हृदयेश ने अपनी राजनीति में भूमिका बनाई थी. प्रदीप टम्टा ने इंदिरा हृदयेश के निधन को एक बड़ी क्षति बताया.