अनलॉक-टू के बाद स्नातक कक्षाओं में नामांकन के आसार
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में अनलॉक-टू में मानसून के साथ ही दाखिले का मौसम भी आ गया है। इसके साथ ही इस साल मैट्रिक पास करने वाले लाखों छात्र-छात्राओं के 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए आवेदन करने की इंतजार की घडिय़ां खत्म हो गयी हैं। इंटरमीडिएट (प्लस-टू) की पढ़ाई वाले स्कूल-कॉलेजों में साइंस, आर्ट्स एवं कॉमर्स की पढ़ाई को 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए 19 जून से ऑनलाइन आवेदन पडऩे शुरू हो जायेंगे। स्नातक कक्षाओं में भी नामांकन की डुगडुगी जल्द बजेगी। इस साल इंटरमीडिएट पास करने वाले लाखों छात्र-छात्राओं को स्नातक कक्षा में दाखिले के लिए आवेदन भरने की तिथि घोषित होने का इंतजार है।
प्रदेश में अनलॉक-टू बुधवार से शुरू हुआ है। अनलॉक-टू शुरू होने के पांच दिन पहले मानसून ने आकर मौसम का मिजाज भी बदल दिया। मौसम के इसी बदले हुए मिजाज के बीच इंटरमीडिएट की पढ़ाई वाले स्कूल-कॉलेजों में 11वीं कक्षा में दाखिले को ऑनलाइन आवेदन देने का शिड्यूल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जारी किया। आवेदन ओएफएसएस के माध्यम से दिये जायेंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से मैट्रिक पास करने वालों के लिए अलग आवेदन पत्र हैं। इससे भिन्न आवेदन पत्र सीबीएसई, आईसीएसई या अन्य बोर्ड से 10वीं पास होने वालों के लिए हैं। खास बात यह है कि आवेदन पत्र के जरिये प्राथमिकता के आधार पर बीस शिक्षण संस्थानों तक के लिए ऑप्शन दे सकेंगे। फिलहाल दाखिले के लिए आवेदन देने की अंतिम तिथि 28 जून है।
आपको बता दूं कि इस साल मैट्रिक की परीक्षा में 12 लाख 93 हजार 54 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण होने वालों में 6 लाख 76 हजार 518 छात्र एवं 6 लाख 16 हजार 536 छात्राएं हैं। उत्तीर्ण होने वालों में 4 लाख 13 हजार 87 परीक्षार्थियों को प्रथम श्रेणी, 5 लाख 615 परीक्षार्थियों को द्वितीय श्रेणी एवं 3 लाख 78 हजार 980 परीक्षार्थियों को तृतीय श्रेणी मिला है। प्रथम श्रेणी हासिल करने वाले परीक्षार्थियों में 2 लाख 47 हजार 496 छात्र एवं 1 लाख 65 हजार 591 छात्राएं हैं। द्वितीय श्रेणी हासिल करने वाले परीक्षार्थियों में 2 लाख 58 हजार 713 छात्र एवं 2 लाख 41 हजार 902 छात्राएं हैं। इसी प्रकार तृतीय श्रेणी हासिल करने वाले परीक्षार्थियों में 1 लाख 70 हजार 132 छात्र एवं 2 लाख 8 हजार 848 छात्राएं हैं।
दूसरी ओर सीबीएसई एवं आईसीएसई के 10वीं के रिजल्ट अभी आने हैं। सीबीएसई एवं आईसीएसई के बच्चों को 10वीं के रिजल्ट बिना परीक्षा के ही तय मानकों के तहत दिये जाने हैं। ऐसे बच्चों के रिजल्ट आने के बाद उनके दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि, ऐसे भी प्राइवेट स्कूल हैं, जो 10वीं का रिजल्ट आने के पहले ही बच्चों को 11वीं में औपबंधिक दाखिले का ऑफर दे रहे हैं।
इससे इतर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से प्लस-टू पास करने वाले वैसे लाखों छात्र-छात्रा विश्वविद्यालयों के डिग्री कॉलेजों के स्नातक कक्षाओं में दाखिले का इंतजार कर रहे हैं, जिन्हें मेडिकल, इंजीनियरिंग या अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं लेना है। उल्लेखनीय है कि इस साल इंटरमीडिएट की परीक्षा में 78.04 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं। सफलता हासिल करने वालों में सर्वाधिक 91.48 प्रतिशत परीक्षार्थी इंटरमीडिएट कॉमर्स के हैं। इंटरमीडिएट ऑट्र्स के 77.97 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली है।
इंटरमीडिएट साइंस के 76.28 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे हैं। तीनों संकायों को मिला दें, तो इंटरमीडिएट की परीक्षा में 3 लाख 61 हजार 597 परीक्षार्थियों को फस्र्ट डिवीजन, 5 लाख 42 हजार 993 परीक्षार्थियों को सेकेंड डिवीजन एवं 1 लाख 41 हजार 352 परीक्षार्थियों को थर्ड डिवीजन मिला है। इंटरमीडिएट की परीक्षा में 13 लाख 40 हजार 267 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 6 लाख 96 हजार 589 छात्र एवं 6 लाख 43 हजार 678 छात्राएं थीं। इनमें 10 लाख 45 हजार 950 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
हालांकि, सीबीएसई एवं आईसीएसई के 12वीं के रिजल्ट अभी आने हैं। सीबीएसई एवं आईसीएसई के बच्चों को 12वीं के रिजल्ट भी बिना परीक्षा के ही तय मानकों के तहत आने हैं।बहरहाल, माना जा रहा है कि अनलॉक-टू के बाद स्नातक कक्षाओं में दाखिले को ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी।