डीएम ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सर्वे में तेजी लाने का दिया निर्देश
बिहारशरीफ (आससे)। बिहार सरकार के सात निश्चय पार्ट टू के तहत हर खेत को पानी देने के वादे को अमली जामा पहनाने की कवायद तेज हो गयी है। इसके तहत हर खेत को सिंचाई के लिए पानी देना है, जिसके लिए सर्वे का काम शुरू हुआ है। सर्वे के उपरांत खेतों के लिए उपयुक्त सिंचाई के स्रोत का सृजन करने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा योजना तैयार की जायेगी।
मंगलवार को इसी की तैयारी को लेकर जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने संबंधित विभागों के साथ बैठक की। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी को सर्वे कार्य में सक्रिय सहयोग करने का निर्देश दिया गया, जबकि पंचायती राज विभाग को पंचायत स्तरीय कर्मियों को सर्वे काम में सहयोग करने को कहा गया। इसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। डीएम ने बताया कि प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण के उपरांत पंचायत स्तरीय कर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। सभी पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों के लिए भी उन्मुखीकरण की व्यवस्था होगी।
बताते चले कि कृषि व्यवस्था मूलतः वर्षा पर आधारित हैं कृषि विभाग के किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयकों के साथ-साथ स्थानीय राजस्व कर्मचारियों के सहयोग से सिंचाई विभाग द्वारा ऐसे खेतों का सर्वे करना है, जिसकी सिंचाई का एकमात्र स्रोत वर्षा का पानी है। प्रत्येक प्रखंडों में इसके लिए सिंचाई विभाग के अभियंता को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।
बैठक में अपर समाहर्ता, अधीक्षण अभियंता सिंचाई विमल कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता सिंचाई/ लघु सिंचाई/ विद्युत आदि सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।