पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने बताया कि कुल मामलों में से 42 मामले डेल्टा एवाई.1 सबटाइप के आए हैं, जिसे डेल्टा प्लस के नाम से भी जानते हैं और कुछ इलाकों में इसके अधिक प्रसार की आशंका है. पीएचई ने बताया कि पूरे ब्रिटेन में किए गए वायरस के जिनोम सिक्वेंसिंग में करीब 95 मामले डेल्टा वेरिएंट के हैं. हालांकि कोरोना के टीके की दोनों खुराकों के बाद अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज़ों की संख्या बेहद कम है.
टीकाकरण से बचाव
ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी की प्रमुख कार्यकारी डॉ. जेनी हैरिस ने कहा, ‘आंकड़े इस बात की ओर संकेत करते हैं कि सफल टीकाकरण अभियान से हमने मामलों और अस्पताल में भर्ती होने के संबंधों को तोड़ना शुरू कर दिया है. यह बहुत उत्साहजनक खबर है, लेकिन हम लापरवाह नहीं हो सकते. टीके की दो खुराक एक खुराक के मुकाबले कोविड-19 के खिलाफ कहीं अधिक कारगर है. इसलिए आप सुनिश्चित करें कि जैसे ही दूसरी खुराक के लिए बुलाया जाए, आप उसे लेने आएं. टीका बेहतरीन सुरक्षा देता है लेकिन पूरी तरह से रक्षा नहीं करता है. इसलिए जरूरी है कि सतर्कता बरती जाए.’