- नई दिल्ली,।जैसे कि विपक्ष के रवैये को देखते हुए आज भी संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रहने के आसार लगाए जा रहे थे, सही वैसा ही देखने को मिल रहा है। दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। पेगासस जासूसी प्रकरण की जांच कराए जाने की मांग को लेकर विपक्ष ने सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। इसके अलावा विपक्ष तीन कृषि कानूनों और महंगाई के मुद्दों पर भी आंदोलित है।
इससे पहले भी संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही की शुरुआत से पहले सोमवार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध में शहीद वीर जवानों को श्रद्धांंजलि दी गई, जिसके बाद राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष ने पेगासस मुद्दे पर हंगामा किया और दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। 4 बजे एक बार फिर से राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, दो विधेयकों को चर्चा के बाद लोकसभा में पारित किया गया और सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। हालांकि, आज फिर कार्यवाही बाधित हो रही है।
-लोकसभा दूसरी स्थगित। अब कार्यवाही 12 बजे तक रुकी।
-असम से कांग्रेस सांसद, रिपुन बोरा ने नियम 176 के तहत राज्यसभा में एक छोटी अवधि की चर्चा का नोटिस दिया और कल के असम-मिजोरम सीमा संघर्ष पर चर्चा की मांग की, जिसमें असम पुलिस के छह कर्मियों के शहीद होने की खबर मिली है।
-राज्यसभा स्थगित करने से पहले अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू बोले, ‘मैं मीडिया रिपोर्टों के बारे में चिंतित हूं कि सदन के कुछ वर्गों ने शेष सत्र के लिए सदन को कार्य करने की अनुमति नहीं देने के लिए दृढ़ संकल्प किया है। संसद कानून बनाने और सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए है।’ उन्होंने आगे कहा कि पार्टियों के नेताओं ने चल रही खेदजनक स्थिति और सार्वजनिक चिंताओं के मुद्दों को उठाने से वंचित होने पर मुझे अपनी चिंता व्यक्त की है। मैं आप सभी से इस रवैये पर पुनर्विचार करने की अपील करता हूं।