- शिमला. हिमाचल प्रदेश में बारिश (Rain) का कहर जारी है. गुरुवार सुबह के बाद बारिश थमी है, लेकिन कई इलाकों में लैंडस्लाइडिंग जारी है. लाहौल में तोंजिंग नाले का पुल बह गया था. वह मार्ग अब बहाल कर दिया गया है, लेकिन यहां शंशा नाले में भी पुल बह गया है. वहीं, गुरुवार 11 बजे के करीब कालका-शिमला हाईवे भी बंद हो गया था. तकरीबन 1 बजे के करीब यह हाईवे (Highway) खोल दिया गया है.
ज़िला के तोजिंग नाले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत और खोज अभियान में जुटे बीआरओ, आईटीबीपी, राष्ट्रीय आपदा प्रबधन बल के लोगों के लिए रँगवे महिला मण्डल ने खाने पीने की व्यवस्था की है. प्रदेश के जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने लाहौल घाटी के तोजिंग नाला औक शांशा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायज़ा लिया. क्षतिग्रस्त हुए पुल की जगह स्पेन और डिप्पी का निर्माण करने के निर्देश दिए गए हैं. लेह-मनाली हाईवे भी अब तक बहाल नहीं हो पाया है. वहीं, कुल्लू में बहे चार लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. मां-बेटे के अलावा स्थानीय युवक वीरेंद्र और गाजियाबाद की युवती विनीता का भी कुछ पता नहीं चला है.
हाईवे पर मलबा आने के कारण ट्रैफिक डायवर्ट
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर सोलन से कैथलीघाट के बीच पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आ गया था. मलबा आने के बाद एनएच बाधित हो गया है. पुलिस और फोरलेन निर्माता कंपनी की टीम मौके पर पहुंच कर सड़क को बहाल करने में जुटी हुई है. ट्रैफिक को चंबाघाट-बसाल-कंडाघाट रूट से डायवर्ट किया गया है. यह भूस्खलन ब्रुरी के समीप लगभग पौने ग्यारह बजे हुआ और अब हाईवे खुल गया है.