- नई दिल्ली । संसद का मानसून सत्र जब से शुरू हुआ है तब से ही दोनों सदनों में हंगामा बरपा हुआ है। हंगामे की सबसे बड़ी वजह दो से तीन मुद्दे बने हैं। इनमें पहला मुद्दा पेगासस जासूसी कांड है। दूसरा मुद्दा किसानों का है और तीसरा मुद्दा असम-मिजोरम सीमा तनाव है। विपक्ष लगातार पेगासस मुद्दे पर चर्चा को लेकर दबाव बना रहा है जबकि सरकार का कहना है कि विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है।
सरकार का कहना है कि विपक्ष को उन मुद्दों पर चर्चा में सहयोग देना चाहिए जो मुद्दे जनता से सीधेतौर पर जुड़े हैं और जनहित के हैं। सोमवार को भी दोनों सदनों की कार्यवाही इन मुद्दों पर शोर-शराबे के बाद कई बार स्थगित करनी पड़ी थी। भाजपा के संसदीय दल की भी बैठक आज हुई है। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं।राहुल गांधी आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आए उछाल के खिलाफ सदन साइकिल से पहुंचे। इससे पहले वो एक दिन ट्रेक्टर से सदन में पहुंचे थे।
विपक्ष की सदन में रणनीति को लेकर बैठक
मंगलवार को कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक हुई है जिसमें सदन में विपक्ष की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया है। दोनों सदनों में कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि सरकार पेगासस मुद्दे पर बहस से इसलिए बच रही है क्योंकि वो बेनकाब हो गई है। इन नेताओं का ये भी कहना है कि सरकार ने इजरायल के सॉफ्टवेयर पेगासस का गलत इस्तेमाल किया है। विपक्ष लगातार कह रहा है कि सदन की कार्यवाही चलेगी या रुकेगी ये सरकार को तय करना है। सरकार की तरफ से बताया गया है कि विपक्ष के शोर-शराबे की वजह से इस दौरान 30 जुलाई तक दोनों सदनों में केवल ना 18 घंटे ही काम हो सका है।