पटना

विधायक मेवालाल चौधरी को सीएम ने दी श्रद्धांजलि


हवेली खडग़पुर (आससे)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को निजी दौरे पर दिवंगत पूर्व शिक्षामंत्री डॉक्टर मेवालाल चौधरी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पैतृक आवास कमरगामा गये। रणगांव उच्च विद्यालय मैदान पर हेलीपैड बनाया गया था। हेलीकॉप्टर से उतरने के साथ उपस्थित कार्यकर्ताओं को हाथ हिलाकर अभिवादन किये। जिलाध्यक्ष संतोष सहनी द्वारा दिये गये नाम की सूची के अनुरूप पूर्व विधायक अनंत सत्यार्थी, एमएलसी संजय प्रसाद सहित जेडीयु के कार्यकर्ताओं ने सैनिटाइज किया गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। कोरोना को लेकर बुके देने से रोक दिया गया। पूर्वमंत्री शैलेश कुमार ने अंगवस्त्र से सम्मानित किया। पूरी प्रशासनिक सुरक्षा के साथ कमरगामा पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ काबीना मंत्री विजय चौधरी एवं अशोक चौधरी, संजय झा आये थे।

कमरगामा में मुख्यमंत्री ने दिवंगत विधायक मेवालाल चौधरी उनकी पत्नी नीता चौधरी के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धांजलि दिया। कुछ पल केलिए भावुक हुए। स्व. मेवालाल चौधरी के दोनों पुत्र उपस्थित नहीं थे। उनके स्वजन बड़े भाई अंबिका चौधरी, भाभी देवयंति देवी, अनुज विनय चौधरी, मनोज चौधरी, बबलू चौधरी, डब्ल्यू चौधरी ,किरण चौधरी, बेबी चौधरी, भतीजा नीलेश चौधरी, विराट चंद्रा, विशाल चंद्रा, विकास चंद्रा, कुणाल कुमार चौधरी को ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने बड़े भाई अंबिका चौधरी एवं भतीजा नीलेश चौधरी से बातचीत किये। नीलेश को संपर्क में रहने को कहा गया। आवास पर चाय पिये। मुख्यमंत्री का पहेलीकॉप्टर अपराह्न 2.17 बजे लैंड किया एवं 3.17 बजे बाँका केलिए प्रस्थान कर गये।

मुख्यमंत्री के संपूर्ण कार्यक्रम में स्व विधायक के निजि सहायक रहे शुभम कुमार, विजय सिंह, ज्ञानचंद पटेल, बटेश्वर प्रसाद सिंह, जियाउर रहमान, कुमार प्रणय, राजेश चौधरी, राजेश जैन, रजनीश झा, कृष्णानंद सिंह, ठाकुर अनुरंजन सिंह, संजय कुमार सिंह, नचिकेता मंडल, दिलजीत सिंह, राजीव कुमार सिंह, निर्मल कुमार सिंह, मनोज कुमार रघु, वीरेंद्र कुशवाहा, नरेश बिंद, सुजीत मुन्ना, रेखा सिंह चौहान ,युवाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह,आनंद शेखर सहित बड़ी संख्या में पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व ही तारापुर से लेकर कमर गामा तक पूरे मार्ग को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन की सूचना के बाद आनन-फानन में 2 दिन के अंदर में मनरेगा एवं आईटीसी प्रभाग के द्वारा 300 पेड़ शांति नगर से कमरगामा गांव के बीच में सडक़ की दोनों और लगाए।

वही आगमन के साथ ही रास्ते की सफाई भी की गई लेकिन ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारियों के द्वारा मीडिया कर्मी को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में जाने के लिए जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी के द्वारा जो पास निर्गत किए गए थे उसके बावजूद भी डी ई ओ मुंगेर के द्वारा रोकने का भरपूर प्रयास किया गया। डीपीआरओ से फोन पर बात कराने के बाद फिर पत्रकार को उस मार्ग में प्रवेश दिया गया अगर ऐसी व्यवस्था रही तो फिर सूचना जनसंपर्क विभाग के द्वारा निर्गत पास का औचित्य ही क्या रह जाता है। आखिर पत्रकार को क्यों रोका जा रहा था यह भी अब पत्रकार के जेहन में प्रश्न उठने लगे हैं।

नीतीश कुमार के आने के बाद खासकर जनता दल यू के कार्यकर्ताओं के बीच एक खुशी देखी जा रही थी की इनके आने के बाद उम्मीदवार के नाम की घोषणा भी हो सकती है लेकिन उस पर पानी फिर गया।