टूटे तटबंधों को तुरंत दुरुस्त करें : नीतीश
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- सकई स्थानों पर पानी में उतरकर बांधे जा रहे तटबंध पर सीएम चले पैदल
- नालंदा के जिलाधिकारी को दिया निर्देश- फसल क्षति का करें आकलन और भेजें रिपोर्ट
- जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को कहा- जिराईन, सकरी, गोईठवा, पंचाने के कटाव का निकालें स्थायी समाधान
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बिहारशरीफ (नालंदा) (आससे)। चक्रवाती बारिश के बाद जिले में आयी बाढ़ से कई प्रखंडों में व्यापक तबाही हुई है। धान की तैयार फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। शनिवार को बाढ़ का जायजा लेने खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नालंदा पहुंचे और कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। इसी क्रम में मुख्यमंत्री पटना जिले के कुछेक प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया गया कि टूटे तटबंधों को तुरंत दुरूस्त करें तथा नालंदा के जिलाधिकारी को बाढ़ पर नजर रखने, कटाव वाले क्षेत्रों यथा सड़क, तटबंध की मरम्मती पर नजर रखने के साथ-साथ हुए क्षति का आकलन कर रिपोर्ट मांगा है।
बीते कल ही जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गयी थी। शनिवार को सीएम अचानक नालंदा पहुंचे और इस क्रम में उन्होंने बिंद के कई गांवों के अलावे अस्थावां, सरमेरा, कतरीसराय के साथ पटना जिले के बेलछी प्रखंड का दौरा किये। मुख्यमंत्री नालंदा के कई गांवों में जाकर नजदीक से बाढ़ को देखा। बाढ़ प्रभावित इलाकों में चल रहे बचाव कार्य के लिए लगाये गये बोरों पर सीएम पानी में घुसकर चलते दिखे। इस दौरान कई गांवों के किसानों एवं लोगों ने आपबीती बतायी और बाढ़ से हुई क्षति के लिए सहायता की मांग की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा के जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ के कारण कहीं जान-माल की क्षति ना हो इसपर प्रभावकारी नजर रखें। उन्होंने नदी एवं तटों में हुए कटाव को तुरंत ठीक करने। बाढ़ के कारण सड़कों को हुए क्षति को चालू करने का निर्देश दिया। साथ हीं उन्होंने जिलाधिकारी से बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का आकलन कर रिपोर्ट भेजने को कहा ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके।
देर शाम मुख्यमंत्री राजगीर के नेचर सफारी पहुंचे। नालंदा दौरे के क्रम में उन्हें बताया गया कि राजगीर नेचर सफारी में पहाड़ी नदियों से पानी आ गयी है। समाचार प्रेषण तक मुख्यमंत्री नेचर सफारी में हीं थे और अधिकारियों से इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि भविष्य में ऐसी स्थिति ना हो इसका स्थायी उपाय करें। उन्होंने जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय झा जो साथ चल रहे थे के अलावे जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस को निर्देश दिया कि नालंदा की नदियां यथा जिराईन, सोईवा, सकरी में कटाव ना हो इसके लिए स्थायी समाधान ढूंढकर इसे कार्यान्वित करायें।
मुख्यमंत्री के साथ उनके सचिव अनुपम कुमार, पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार, नालंदा जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस. के अलावे कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे। नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार, अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे। दोनों प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को हुई क्षति के बारे में भी बताया। मुख्यमंत्री कई गांवों का दौरा किये और इस दौरान उन्होंने कई स्थानों पर गाड़ी से उतरकर क्षति और कटाव को नजदीक से देखा।