- देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सोमवार ‘डेयर टू ड्रीम 2.0’ (Dare to Dream 2.0) पुरस्कार विजेताओं और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के युवा वैज्ञानिकों के सम्मान समारोह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में जो कंपोनेंट मुझे सबसे अधिक आकर्षित कर रहा है वह है ‘डेयर टू ड्रीम’ चैलेंज. ये तीन शब्द हमारे विजन और मिशन को बहुत स्पष्टता से दर्शाते हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘यह ड्रीम ही हैं, जो साकार होकर दुनिया को नई नई दिशाएं देते गए. ये सपने ही हैं जिन्होंने असंभव सी लगने वाली चीजों को अपनी मुट्ठी में कर लिया. दुनिया की जितनी बड़ी से बड़ी खोज और अविष्कार हैं आप देखेंगे तो पाएंगे कि वे सब किसी न किसी सपने का ही परिणाम है. हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने ऐसे भारत का स्वप्न देखा था, जहां बस सुदूर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि लोगों के दिल आपस में मजबूती से जुड़ें.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए सौभाग्य की बात है, कि आज हमारे प्रधानमंत्री ने हमें एक नया सपना साकार करने के लिए एक बड़ा व महत्त्वपूर्ण लक्ष्य दिया है. यह सपना, 1.3 बिलियन लोगों की बेहतरी का सपना है. पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम जी, जिनका जीवन और उपलब्धियां आज देश के करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है. आज लगभग 60 फीसदी युवा आबादी के साथ हमारा देश, दुनिया का सबसे युवा देश है. हमारा युवा न केवल आज की जरूरतों, बल्कि आने वाले कल की उम्मीदों और आकांक्षाओं को भी पूरा करने के लिए बिलकुल तैयार है.’