- अफगानिस्तान में तालिबान का शासन कायम होने के बाद से वहां क्रिकेट पर लगातार खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। तालिबान द्वारा सत्ता की बागडोर संभालने के बाद अफगानिस्तान में महिलाओं के क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच होने वाली वनडे सीरीज भी रदद कर दी गई थी। मीडिया में ऐसी खबरें आई थी कि अगर अफगानिस्तान की टीम तालिबान के ध्वज तले खेलने का फैसला करती है, तो आईसीसी उसे आगामी टी20 विश्व कप भाग लेने से रोक सकती है। हालांकि आईसीसी ने 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले टी20 विश्व कप में अफगानिस्तान के भाग लेने पर बड़ा अपडेट दिया है। आईसीसी ने कहा है कि टी20 विश्व कप में अफगानिस्तान की टीम के भाग लेने पर कोई पाबंदी नहीं है।
आईसीसी के कार्यवाहक सीईओ ज्योफ एलार्डिस ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान को लेकर वह वेट एंड वॉच की मुद्रा में है और अगले महीने होने वाली बोर्ड की बैठक में देश के क्रिकेट भविष्य पर कोई फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि इस समस्याग्रस्त देश में शासन में बदलाव के बाद चीजें कैसे सामने आती हैं, इस पर करीबी नजर रखी जाएगी। अगस्त में देश के तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान ने अलगाव का जोखिम उठाया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने धमकी दी है कि अगर काबुल में नई सरकार ने महिलाओं को खेल खेलने की अनुमति नहीं दी तो वह अगले महीने होबार्ट में अफगानिस्तान के साथ होने वाले एकमात्र टेस्ट नहीं खेलेगा। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने कहा है कि वह महिला क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन इसके भविष्य पर सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रहा है।