पटना

पटना: औसतन चार हजार रुपये बढ़ जायेगी शिक्षकों की सैलरी


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। मूल वेतन में 15 फीसदी राशि की वृद्धि से राज्य में प्रारंभिक विद्यालयों से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों के 3.5 लाख पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों की सैलरी औसतन चार हजार रुपये प्रतिमाह बढ़ जायेगी।

आपको याद दिला दूं कि पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को एक अप्रैल-2021 से मूल वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि का फैसला कैबिनेट ने 18 अगस्त, 2020 को ही लिया था। कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई थी। वर्तमान में पंचायतीराज संस्थानों एवं नगर निकाय संस्थानों के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की संख्या लगभग 3.5 लाख है।

इससे पहले एक जुलाई 2015 को वेतन में 20 प्रतिशत की वृद्धि, वर्ष 2017 में 7वें वेतन आयोग के अनुशंसा के अनुरूप वेतन में 17 प्रतिशत की वृद्धि और वर्तमान में 15 प्रतिशत की वृद्धि पंचायतीराज संस्थानों एवं नगर निकाय संस्थानों अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को दी गयी है।

खैर, एक अप्रैल-2021 से पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के मूल वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि के कैबिनेट के फैसले के बाद 29 अगस्त, 2020 को इससे संबंधित संकल्प भी जारी हो गया। इसके अनुरूप एक अप्रैल-2021 से पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के मूल वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि के भुगतान के लिए वेतन निर्धारण के प्रस्ताव के साथ शिक्षा विभाग ने मार्च में ही संचिका वित्त विभाग को भेजी थी।

 


शिक्षा मंत्री ने दी शिक्षकों को बधाई

पटना (आशिप्र)। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने वेतन वृद्धि पर पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को बधाई दी है। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा है कि शिक्षा विभाग ने अपना वायदा पूरा किया है। यह शिक्षकों के लिए नये साल का अग्रिम तोहफा है। दीपावली एवं छठ पर बकाये वेतन का भुगतान किया गया। अब एक अप्रैल, 2021 के प्रभाव से मूल वेतन में 15 फीसदी की एकमुश्त वृद्धि की गयी है। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा है कि शिक्षक संतुष्ट रहेंगे, तभी स्कूलों में शैक्षिक माहौल बनेगा। हमारे सारे शिक्षक योग्य हैं। उन्होंने शिक्षकों से अपेक्षा की है कि स्कूलों में बेहतर शैक्षिक माहौल बनायेंगे।


वित्त विभाग के परामर्श के बाद एक अप्रैल, 2021 से बढ़े वेतन के भुगतान के लिए शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी किया है। इसके लिए पे-मैट्रिक्स भी जारी हुई है। पे मैट्रिक्स में पूर्व से प्राप्त मूल वेतन में 1.15 से गुणा कर जो राशि आयेगी, उसे पे मैट्रिक्स के सापेक्ष अथवा ठीक उपर के लेबल के अनुसार निर्धारित करते हुए एक अप्रैल, 2021 से वित्तीय लाभ अनुमान्य किया जाना है। भत्तों का भुगतान पूर्व की भांति ही होना है। जिन शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के मूल वेतन का निर्धारण होना है, उन्हें वार्षिक वेतनवृद्धि का लाभ एक जनवरी, 2022 से देय होगा।

पे मैट्रिक्स में वेतन निर्धारण में यदि किसी शिक्षक-पुस्तकालयाध्यक्ष का मूल वेतन अपने से कनीय शिक्षक-पुस्तकालयाध्यक्ष से कम निर्धारित हो, तो उनका मूल वेतन कनीय शिक्षक के मूल वेतन के अनुरूप निर्धारित किया जाना है। वेतन निर्धारण के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर तैयार किया जा रहा है। लेकिन, मूल वेतन में 15 फीसदी की वृद्धि से भत्तों के साथ शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की सैलरी औसतन चार हजार रुपये प्रतिमाह बढ़ जायेगी।