नई दिल्ली, : संसद का शीतकालीन सत्र लगातार हंगामें की भेंट चढ़ रहा है। विपक्ष द्वारा हंगामें के कारण सदन की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने दोनों सदनों में कार्यवाही को ठीक ढंग से नहीं चलने देने का आरोप विपक्षी दलों पर लगाया है। उन्होंने कहा है की सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए निलंबित 12 सांसदों को माफी मांगनी चाहिए। जिसके बाद ही उनके निलंबन को वापस लेने पर विचार हो सकता है।
राहुल गांधी के आरोप पर पलटवार
राहुल गांधी द्वारा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की रिपोर्ट पर नहीं बोलने देने के आरोप पर पलटवार करते हुए राज्य सभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि लखीमपुर खीरी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो रही है। राहुल गांधी के स्थगन प्रस्ताव नोटिस और सदन में नहीं बोलने देने के आरोप का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि यह मामला कोर्ट के विचाराधीन है और न्यायालय में विचाराधीन मामलों पर सदन में चर्चा नहीं होती है। पीयूष गोयल के बयान का समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार चाहती है कि न्यायसंगत और निष्पक्ष जांच हो। लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है। कांग्रेस ने अपने राज्यसभा सांसदों को गुरुवार को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है।