(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। वर्ष 2021 में इंटरमीडिएट पास छात्राओं को प्रति छात्रा 25 हजार रुपये मिलने के आसार हैं। इससे तकरीबन चार लाख बेटियों की बल्ले-बल्ले होगी। दरअसल, 2021 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्राओं को 10 हजार या 25 हजार रुपये की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाय, यह तय नहीं होने के चलते इंटरमीडिएट की परीक्षा पास होने के आठ माह बाद भी लगभग चार लाख छात्राओं को प्रोत्साहन राशि नहीं मिल पायी है।
अब, शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति सहित राज्य के बोर्ड से 2021 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने वाली सभी छात्राओं को 25-25 हजार रुपये की दर से प्रोत्साहन राशि मिले। शिक्षा विभाग एक सप्ताह के अंदर यह प्रस्ताव वित्त विभाग को भेज देगा। वित्त विभाग से सहमति मिलने पर 25-25 हजार रुपए की दर से राशि मिलेगी। शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिली, तो 10-10 हजार रुपये की दर से ही राशि भेजी जायेगी।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं की प्रोत्साहन राशि 25 हजार से बढ़ा कर 50 हजार और इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्राओं को प्रोत्साहन राशि 10 हजार से बढ़ा कर 25 हजार रुपये करना है। सरकार के संकल्प के अनुसार एक अप्रैल, 2021से यह लागू होना है। शिक्षा विभाग का तर्क है कि 2021 सत्र से छात्राओं को प्रोत्साहन राशि दोगुनी दर से मिलनी है। इंटरमीडिएट का रिजल्ट 26 मार्च 2021 को जारी किया गया है, जो एक अप्रैल 2021 से चार दिन पहले है।
संकल्प के प्रावधान में ही यह मामला फंसा है। इसलिए शिक्षा विभाग इस मामले पर वित्त विभाग को प्रस्ताव भेज कर स्वीकृति लेना चाह रहा है। वित्त विभाग द्वारा शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति देने या अस्वीकार करने की प्रक्रिया में देरी होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि 2021 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्राओं के खाता में फरवरी 2022 तक प्रोत्साहन राशि जायेगी।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत बालिका (इंटरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना के तहत सभी अविवाहित उत्तीर्ण छात्राओं को प्रोत्साहन राशि भेजने का प्रावधान है। 2021 इंटरमीडिएट की परीक्षा में 6 लाख 43 हजार 678 छात्राएं शामिल हुई थीं। इसमें सभी संकायों में 5 लाख 18 हजार 591 छात्राएं उत्तीर्ण हुईं हैं।