पटना सिटी (आससे)। सिखों के दसशमेश गुरू श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज की जन्म स्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के मुख्य ग्रंथी भाई राजेन्क्त सिंह पीएमसीएच में अंततःपॉच दिनों तक मौत की जंग लड़ते-लड़ते सोमवार की अहरे सुबह तीन बजे हार गए। ऐसे में अचानक उनकी मौत से जहॉ देश-विदेश के सिख संगतों में गहरा दुख हैं वहीं स्थानीय संगतों में उनकी संदिग्ध हालत में मौत से रोष बना हैं।
बताया जाता हैं कि भाई राजेन्क्त सिंह ऐसे तख्त के मुख्य ग्रंथी थे जिन्होंने पूर्व मुख्य ग्रंथी भाई मान सिंह के मौत के बाद मुख्य ग्रंथी के पद लेकर देश के महामहिम पूर्व राष्ट्रपति प्रतिमा पाटिल,डॉ-अब्दुल कलाम आजाद समेत देश के नामी-गिनामी हस्थियों को गुरू का सरोफा देकर गुरू महाराज से जुड़े चीजों को दर्शन कराया था ऐसे में उनकी भुली-बिछड़ी यादे तख्त में शेष हैं वे पंच-प्यारे में शामिल होकर कई प्रकाशोत्सव में संगतों की सेवा की।
बताते चले कि भाई राजेन्क्त सिंह ने 13 जनवरी की सुबह आठ बजे के आसपास तख्त परिसर स्थित मिली-पीली आवास के अपने कमरा में संदिग्ध हालत में कृपाण से आत्महत्या का प्रयास किया था बाद में खून से लथपथ मुख्य ग्रंथी को गुरू गोबिन्द सिंह सदर अस्पताल के बाद पीएमसीएच भेजा गया था जहॉ गहन चिकित्सा कक्ष में ईलाज चल रही थी।