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- मोबाइल फोन कैलकुलेटर, ब्लूटूथ इयरफोन पर बैन
- परीक्षा केंद्रों के दो सौ गज की परिधि में धारा-144
- प्रश्नपत्र के होंगे 10 सेट, बना कंट्रोलरूम
- जितने प्रश्नों के उत्तर मांगे जायेंगे, उससे दूने सवाल होंगे
- 1,471 केंद्रों पर इंटर के सभी संकायों की परीक्षा कल से
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में 1,471 परीक्षा केंद्रों पर मंगलवार (एक फरवरी) से इंटरमीडिएट की परीक्षा होगी। परीक्षा 14 फरवरी तक दो पालियों में होंगी। परीक्षा में बैठने के लिए 13 लाख 45 हजार 939 छात्र-छात्राओं द्वारा ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं। इनमें 6 लाख 97 हजार 421 इनमें 78 हजार 856 परीक्षार्थी पटना जिले के हैं, जिनमें 41 हजार 39 छात्र एवं 37 हजार 817 छात्राएं हैं। पटना जिले में 84 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। कदाचारमुक्त परीक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये हैं। परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की नजर में होगी। हरेक परीक्षा केंद्र पर सम्पूर्ण परीक्षा संचालन प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग होगी।
कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इयर फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर प्रतिबंध रहेगा। परीक्षा पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। हर जिले में नोडल अफसर तैनात किये गये हैं। परीक्षा अवधि में प्रत्येक परीक्षा केंद्र के 200 मीटर की परिधि में धारा- 144 रहेगी। परीक्षा में प्रश्नपत्र के 10 सेट होंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस मायने में परीक्षार्थियों को बड़ी राहत दी है कि उनसे जितने प्रश्नों के उत्तर मांगे जायेंगे, उससे दूने प्रश्न दिये जायेंगे।
परीक्षार्थी 10 मिनट पहले पहुंचें, अन्यथा नहीं होगी इंट्री
पटना (आशिप्र)। राज्य में इंटरमीडिएट की परीक्षा में परीक्षार्थी को परीक्षा शुरू होने के कम-से-कम 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर लेना जरूरी होगा। देर से आने वाली परीक्षार्थी को उस सीटिंग की परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
पहली पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के समय (पूर्वाह्न 9.30 बजे) से 10 मिनट पूर्व यानी पूर्वाह्न 9.30 बजे तक तथा दूसरी पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के समय (अपराह्न 1.45 बजे) से 10 मिनट पूर्व यानी अपराह्न 1.35 बजे तक परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति होगी। इसके बाद आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में 15 मिनट अतिरिक्त समय प्रश्नपत्र, उत्तरपुस्तिका, ओएमआर पत्रक आदि पढऩे-समझने के लिए मिलेंगे। दिव्यांग परीक्षार्थी के लिए लेखक (राइटर) की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर काररवाई होगी। ऐसे परीक्षार्थी को क्षतिपूर्ति के रूप में अधिकतम 20 मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय मिलेंगे।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने रविवार को बताया कि इस वर्ष भी विद्यार्थियों के हित में ऑब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव प्रश्नों में 100 प्रतिशत अतिरिक्त अंकों का विकल्प दिया जायेगा। यानी, विद्यार्थियों द्वारा जितने प्रश्नों का हल किया जाना है, उससे दोगुने संख्या में प्रश्न पूछे जायेंगे। उदाहरणस्वरूप 100 अंक वाले विषय में विद्यार्थी से कुल 50 अंकों के ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जायेंगे, जो एक-एक अंक के होंगे। इसमें कुल 100 प्रश्न रहेंगे, जिनमें किसी 50 प्रश्नों का हल करना होगा। इसी प्रकार दो एवं पांच अंकों के सब्जेक्टिव प्रश्नों में भी 100 प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जायेगा।
कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे रहेंगे। प्रत्येक 500 परीक्षार्थियों एक वीडियोग्राफर की व्यवस्था रहेगी। प्रवेश के समय गेट पर परीक्षार्थियों की तलाशी होगी। इसमें दंडाधिकारी एवं पुलिस बल का उपयोग होगा। 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक तैनात होंगे। परीक्षार्थियों की तलाशी के बाद सभी वीक्षक इस आशय का घोषणा पत्र भरेंगे कि किसी परीक्षार्थी के पास आपत्तिजनक सामग्री नहीं पायी गयी है। परीक्षार्थी एवं वीक्षक दोनों ही परीक्षा केंद्र पर मोबाइल फोन लेकर नहीं जायेंगे। केंद्राधीक्षक का सहयोग करने वाले शिक्षक भी मोबाइल फोन नहीं रहेंगे।
मास्क अनिवार्य, सेनेटाइजेशन जरूरी
पटना (आशिप्र)। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के समय परीक्षार्थियों के बीच शारीरिक दूरी बनी रहेगी।इसके साथ ही कोविड-19 के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश तथा कोविड अनुकूल व्यवहार का अनुपालन अनिवार्य किया गया है। परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से लेकर परीक्षा समाप्ति के उपरांत परीक्षा केंद्र से बाहर निकलने तक मास्क लगाना अनिवार्य होगा। केंद्राधीक्षक द्वारा परीक्षा केंद्रों पर प्रतिदिन सभी परीक्षा कक्षों एवं प्रशासनिक कक्ष को सेनेटाइज कराया जाना अनिवार्य होगा।
उपस्थिति पत्रक के फोटो से परीक्षार्थियों का मिलान होगा। यदि किसी परीक्षार्थी का एडमिट कार्ड गुम हो गया हो या छूट गया हो, तो उपस्थिति पत्रक के फोटो से मिलान कर उन्हें बैठने की अनुमति दी जायेगी। एडमिट कार्ड, अन्य परीक्षा अभिलेख, फोटो की त्रुटि के मामले में आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट या फोटोयुक्त बैंक पासबुक के आधार पर परीक्षा में बैठने की अनुमति संबंधित परीक्षार्थी को दी जायेगी।