इस्लामाबाद, । पाकिस्तान में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए सबसे अधिक निर्धारित दवा पैरासिटामोल की कीमत बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान के ड्रग रेगुलेटरी (DRAP) ने पेरासिटामोल टैबलेट की कीमतों में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। पेरासिटामोल की प्रति टैबलेट की कीमत में 2.67 रुपये तक का इजाफा किया गया है।
पाकिस्तान में 1 लाख के पार कोरोना सक्रिय मामले
पाकिस्तान फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन (PPMA) के अध्यक्ष ने एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट में कहा कि पेरासिटामोल के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल में 4-5 फीसदी तक की बढ़ोतरी के कारण कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। इस बीच पाकिस्तान वर्तमान में कोविड-19 की पांचवीं लहर का सामना कर रहा है। देश में कोरोना वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। इस बीच महामारी शुरू होने के बाद से पाकिस्तान में एक दिन में कोरोना के सबसे अधिक रिकाड दर्ज मामले भी सामने आए हैं। देश भर में सक्रिय मामलों की संख्या 1 लाख के पार हो गई है।
15 फार्मेसियों को कारण बताओ नोटिस जारी
पीपीएमए के अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि डीआरएपी ने पेरासिटामोल की कीमत तय करने के लिए सहमति दिखाई है। समाचार चैनल ने अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि अधिकारियों के अनुसार डीआरएपी पेरासिटामोल की कीमत बढ़ाने के लिए संघीय कैबिनेट को एक सारांश भेजेगा। डान की मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में कोविड की पांचवीं घातक लहर के बीच पाकिस्तान के कई फार्मेसियों से पेरासिटामोल गायब हो गई है और कथित तौर पर इसे काला बाजारी करके बेचा जा रहा है। डीआरएपी के एक अधिकारी ने पेरासिटामोल की कमी के लिए डेंगू के मामलों की बढ़ती संख्या को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, पेरासिटामोल की कमी के लिए ड्रग रेगुलेटरी ने मंगलवार को 15 दवा कंपनियों को लाइसेंस होने के बावजूद पैरासिटामोल बनाने में विफल रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।