चंडीगढ़। Punjab Police Fake Promotion Case: पंजाब डीजीपी रहे सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के फर्जी साइन कर पुलिसकर्मियों की प्रमोशन लिस्ट जारी करने के मामले में एसआइ सतिंदर पाल सिंह को चंडीगढ़ जिला अदालत से झटका लगा है। एसआइ सतिंदर ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, जिस अदालत ने खारिज कर दिया। इससे पहले दोनों पक्षों ने अग्रिम जमानत याचिका को लेकर अपनी-अपनी दलीलें दी। मामले में आरोपित एसआइ के वकील ने कहा कि उसे इस मामले में फंसाया जा रहा है, जबकि इस मामले से उसका कोई लेना देना नहीं है। पंजाब के तत्कालीन डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के फर्जी साइन की जांच चल रही है। ऐसे में एसआइ को अग्रिम जमानत दे दी जाए।
वहीं, सरकारी वकील ने दलील दी कि एसआइ के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत हैं कि उसने ही पंजाब डीजीपी रहे सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के फर्जी साइन किए थे। यह मामला काफी गंभीर है और अभी पुलिस को जांच में कई अहम सुराग भी जुटाने हैं। ऐसे में एसआइ सतिंदर को गिरफ्तार करके पुलिस जांच में यह सुराग सामने आ सकते हैं। दोनों पक्षों की दलीले सुनने के बाद अदालत ने अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया। हालांकि अभी एसआइ फरार है और सेक्टर-3 थाना पुलिस इस केस में सतिंदर पाल सिंह की तलाश कर रही है।
11 पुलिस कर्मियों की जारी हुई थी प्रमोशन लिस्ट
8 जनवरी को पंजाब पुलिस की ओर से 11 पुलिस कर्मियों की प्रमोशन लिस्ट जारी हुई थी। इसमें सब इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, सिनियर कांस्टेबल और कांस्टेबल रैंक के कर्मचारियों के नाम थे। तत्कालीन डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को जैसे ही सूची जारी होने की सूचना मिली, उन्होंने तत्काल उसकी प्रति मंगवाई। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देते हुए बताया कि उन्होंने ऐसी किसी भी सूची पर कोई साइन नहीं किए हैं और न किसी को प्रमोट किया है। इसके बाद चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस मुख्यालय की तरफ से एक मामले की शिकायत सेक्टर-3 थाना पुलिस को दी थी।