मास्को । यूक्रेन में रूस की सेना के खिलाफ हथियार उठाने वाले को आतंकी समझा जाएगा और उस पर किसी भी तरह का युद्धबंदी जैसा व्यवहार नहीं किया जाएगा। रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनशेनकोव ने साफ कर दिया है कि इस तरह के आतंकवादी को किसी भी तरह युद्धबंदियों वाले अधिकार हासिल नहीं होंगे। उन्होंने एक आधिकारिक बयान देते हुए ये बात कही है।
उन्होंने सीधे तौर पर इस बयान में पश्चिमी देशों की सेनाओं पर निशाना साधा है। अपने बयान में उन्होंने साफ कर दिया है कि इस दौरान बंधक बनाए गए लोगों पर आपराधिक मामलों के तहत ही न्याय किया जाएगा। कोनशेनकोव ने उन विदेशी नागरिकों को भी चेतावनी दी है जो यूक्रेन के लिए लड़ने के बारे में सोच रहे हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि जो कोई ये सोच रहा है कि वो कीव जाकर रूस से लड़ाई करेगा, वो इस पर फैसला लेने से पहले एक बार नहीं बल्कि एक दर्जन बार दोबारा सोच ले।
ईगोर ने ये भी साफ कर दिया है कि पश्चिमी देशों द्वारा दिए गए हथियारों के जरिए ये आतंकी रूस की सेना पर हमला कर रहे हैं। इसलिए पश्चिमी देश इन लोगों को ये हथियार रूस पर हमला करने के लिए दे रहे हैं। इतना ही नहीं इनको एयर सपोर्ट भी दिया जा रहा है। उन्होंने एक वीडियो का भी जिक्र किया है जिसको कथिततौर पर यूक्रेन की सीक्रेट सर्विस द्वारा फैलाया गया बताया गया है। इसमें कुछ लोग कैमरे के समक्ष आकर कुछ भी बोलने से डरते दिखाए गए हैं।