Latest News धर्म/आध्यात्म राष्ट्रीय लखनऊ वाराणसी

Holi 2022 : काशी में भोले के भक्‍तों ने चिता भस्‍म से खेली होली, बाबा के गणों का छलका उल्‍लास


वाराणसी, । भगवान शिव की नगरी काशी भी गौरा का गौना रंगभरी एकादशी पर होने के साथ उत्‍साह और उल्‍लास से भर जाती है। इसी कड़ी में बाबा की नगरी काशी में शिव के गणों ने विविध भूत प्रेत पिशाच का स्‍वांग धरा और हर हर महादेव के उद्घोष के साथ चिता भस्‍म की होली खेलने गंगा तट पर पहुंच गए। तस्‍वीरों में देखें बाबा के भक्‍तों का काशी में सड़क से लेकर गंगा घाट तक चिता भस्‍म की अल्‍हड़ और अलमस्‍त होली…

चिता भस्‍म की होली : बाबा की नगरी में मस्‍त मलंग उनके भक्‍तों की टोली बैंड बाजा और बरात लेकर गौरा के गौना के रंगभरी एकादशी के मौके पर चिता भस्‍म की होली खेलने शहर से लेकर गंगा घाटों तक नजर आए।

चिता भस्‍म की होली : भूत प्रेत और पिशाच का स्‍वांग भरकर बाबा के भक्‍तों ने कपाल मुंडों की माला के साथ नाचना गाना शुरू किया तो काशी परंपराओं में पगी नजर आने लगी।

चिता भस्‍म की होली : बाबा भोलेनाथ के नेह के डोर में पगे भक्‍तों ने आशीष के नेग की कामना के साथ नाच गाना शुरू किया तो चिताओं की भस्‍म से पूरा वातावरण शिवमय नजर आने लगा।

चिता भस्‍म की होली : शिव के नीलकंठ और मशाननाथ के स्‍वरूपों का स्‍वांग धुआं और चिता भस्‍म के गर्दोगुबार के बीच उल्‍लास में डूबा तो फ‍िजा में हर हर महादेव का उद्घोष भी गूंज उठा।

 

चिता भस्‍म की होली : बाबा के भक्‍तों ने विविध स्‍वांग धरा तो महाश्‍मशान पर बाबा मशाननाथ के रूप में मौजूद शिवशंकर के स्‍वरूप मानों काशी में दोबारा जीवंत नजर आने लगे।

चिता भस्‍म की होली : बाबा के भक्‍तों ने चिताओं की राख पर जब तांडव नृत्‍य शुरू किया तो काशी का रोम रोम शिव शंकर के कंकर-कंकर शंकर का मान उल्‍लास से परिपूर्ण नजर आया।