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संसद में केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर दिया बयान, युवाओं को मिला आश्‍वासन


नई दिल्‍ली, । भारतीय सेना में भर्ती मुख्य रूप से कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए निलंबित कर दी गई है और सरकार ने इसे रोका नहीं है। संसद को सोमवार को केंद्र सरकार ने सूचित किया।

रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में एक प्रश्न के पूरक के उत्तर में कहा कि कोरोना संक्रमण धीमा हो गया है,  लेकिन यह अभी खत्म नहीं हुआ है। भारतीय सेना में भर्ती के लिए बड़ी भीड़ आती है। इस उद्देश्य के लिए बड़े (भर्ती) पैमाने पर मेलों का आयोजन किया जाता है। इसलिए हमने सेना में भर्ती प्रक्रिया को निलंबित कर दिया है ताकि वायरस न फैले। हमने इसे रोका नहीं है।

सदन में रखे गए लिखित उत्तर के अनुसार, 2020 में भारत में महामारी की चपेट में आने के बाद 2020-21 और 2021-22 के दौरान भारतीय सेना में भर्ती निलंबित रही। हालांकि, सदन में दिए गए उत्तर के अनुसार 2020-21 में भारतीय नौसेना में 2,722 व्यक्तियों और भारतीय वायुसेना में 8,423 व्यक्तियों को भर्ती किया गया था। इसी तरह 2021-22 में भारतीय नौसेना में 5,547 और भारतीय वायुसेना में 4,609 लोगों को भर्ती किया गया था। 2018-19 में 53,431 उम्मीदवारों को भारतीय सेना में भर्ती किया गया था, जबकि 2019-20 में यह संख्या 80,572 थी।

लिखित उत्तर में यह भी कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों की जनशक्ति आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त भर्ती की जाती है। सशस्त्र बलों में महिलाओं की लड़ाकू भूमिकाओं में भर्ती के पूरक प्रश्न के बारे में भट्ट ने कहा कि सशस्त्र बलों में महिलाओं की भर्ती के प्रावधानों का पालन किया जा रहा है और अन्य मुद्दे (लड़ाकू भूमिका) पर विचार किया जा रहा है। एनसीपी सदस्य वंदना चव्हाण ने सेना में लड़ाकू भूमिकाओं में महिलाओं की भर्ती पर पूरक प्रश्न पूछा था।