जम्मू, । केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि देश के कईं अन्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की तुलना में जम्मू-कश्मीर में उद्योगों के लिए बहुत सस्ती दर पर बिजली मिलती है। उन्होंनेे कहा 20 हजार मेगावाट जलविद्युत क्षमता होने के बावजूद 3500 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता का ही बीते 70 साल में दोहन किया जा सका है। सात दशकों तक लोगों की बिजली की जरुरत को पूरा करने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब अगले चार वर्ष में यहां बिजली उत्पादन क्षमता को दोगुना कर लिया जाएगा।
उन्होंने यह दावा गत सोमवार को रतले जलविद्युत ऊर्जा निगम आरएचपीसीएल और मेगा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रकचर लिमिटेड एमईआरएल के बीच 850 मेगावाट की रतले जलविद्युत परियोजना को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के संदर्भ में समझौता हस्ताक्षर समारोह को संबोधित करते हुए किया। समझौते पर आरएचपीसीएल के सीईओ दीपक सहगल और एमइआइएल के उपाध्यक्ष उमामहेश्वर रेड्डी ने हस्ताक्षर किए।