नई दिल्ली, । इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन को शुक्रवार रात खेले गए मुकाबले में काफी ड्रामा देखने को मिला। दिल्ली कैपिटल्स की टीम को राजस्थान रायल्स के खिलाफ करारी हार मिली। इस मैच के दौरान दिल्ली के कप्तान रिषभ पंत, गेंदबाज शार्दुल ठाकुर और सहायक कोच प्रवीण आमरे एक नो बाल विवाद में फंसे। बीसीसीआई की तरफ से इन सभी के खिलाफ सख्त एक्शन उठाया गया है।
आइपीएल के 34वें मुकाबले में दिल्ली के कप्तान राजस्थान के खिलाफ नो बॉल विवाद को तूल देने और मैच में बाधा देने के दोषी पाए गए। बीसीसीआई और आईपीएल का आयोजन कर रही कमेटी ने उनपर इस बात के लिए एक्शन लेते हुए जुर्माना लगाया है। कप्तान के साथ साथ टीम के गेंदबाज शार्दुल ठाकुर और सहायक कोच प्रवीण आमरे पर भी जुर्माना लगाया गया है। जब यह विवाद हुआ उस वक्त प्रवीण भी मैदान पर पहुंच गए थे। डगआउट से मैदान पर जाने की वजह से उनके उपर एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है।
बीसीसीआइ की तरफ से नो बॉल विवाद के बाद एक्शन लेते हुए कप्तान पंत पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। उन्होंने शुक्रवार को राजस्थान के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच में आईपीएल की आचार संहिता का उल्लंघन किया। इसके विवाद के बाद मैच रेफरी के सामने उन्होंने आईपीएल के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत आर्टिकल 2.7 के लेवल 2 को तोड़ने के आरोप को स्वीकार किया है।
दिल्ली के गेंदबाज शार्दुल पर 50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगा गया। नो बॉल विवाद में उन्होंने भी कप्तान का साथ दिया था। उनको आर्टिकल 2.8 के लेवल 2 को तोड़ने का दोषी पाया गया। ठाकुर ने भी कप्तान के साथ अपनी सजा को स्वीकार किया। टीम के सहायक कोच प्रवीण पर भी मैच फीस के 100 प्रतिशत का जुर्माना लगाया गया है। मैच फीस के साथ ही प्रवीण पर आईपीएल की आचार संहिता को तोड़ने के लिए एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है। वह ना बॉल विवाद होने के वक्त मैच को रोकने के लिए मैदान पर घुसे थे और यह आर्टिकल 2.2 के लेवल 2 का उल्लंघन है।