नई दिल्ली, । सेना में भर्ती के लिए महत्वाकांक्षी अग्निपथ योजना के विरोध में हो रही हिंसा के पीछे गहरा षड्यंत्र सामने आ रहा है। कोचिंग संचालक युवाओं को उकसा रहे हैं तो राजनीतिक दल भी विरोध को हवा दे रहे हैं। हरियाणा में कांग्रेस खुलकर आंदोलनाकारियों के साथ खड़ी है तो बिहार में युवा राजद ने समर्थन में राज्यव्यापी प्रतिरोध मार्च निकाला। 18 जून को विपक्षी दलों ने बिहार बंद का आह्वान किया है। मप्र के ग्वालियर में पुलिस को ऐसे साक्ष्य मिलें हैं, जिनसे पता चलता है कि कोचिंग संचालकों ने अपने यहां तैयारी कर विद्यार्थियों को अग्निपथ योजना के बारे में बरगलाया। पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
कोचिंग संचालकों की संदिग्ध भूमिका आई सामने
ग्वालियर में गुरुवार को हुए उपद्रव की जांच में कोचिंग संचालकों की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि शारीरिक प्रशिक्षण केंद्र और कोचिंग चलाने वाले संचालकों ने कई भड़काऊ संदेश इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किए। इससे अभ्यर्थी भड़क गए। पुलिस ने पांच कोचिंग संचालकों को हिरासत में लिया और उनसे बांड भरवाए। अब इन पर एफआइआर की तैयारी है। उनसे तीन दिन के भीतर पंजीयन के लिए आवेदन और छात्रों की सूची भी मांगी गई है।
10 लोगों को किया चिह्नित
मुरार नगर पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा ने बताया कि मेला ग्राउंड, हजीरा और गोला का मंदिर क्षेत्र में ट्रेनिंग केंद्र चलाने वाले करीब 10 लोगों को चिह्नित किया गया है। इनमें सोनू, बंटी, सुनील व दो अन्य प्रशिक्षकों से थाने में पूछताछ की जा रही है।
बिहार में मिल रहे षड्यंत्र के संकेत
युवा आक्रोश का सबसे ज्यादा शिकार बना बिहार में षड्यंत्र के संकेत मिल रहे हैं। कई जगह उपद्रवी आग लगाने से पहले बोगियों से यात्रियों को उतार रहे हैं, जिससे पता चलता है कि आंदोलन अब सोचा-समझा षड्यंत्र हो गया है। राज्य में भाजपा नेताओं के कार्यालयों व घरों को निशाना बनाया जा रहा है। बेतिया में उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के घर के शीशे तोड़ डाले। उनकी कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।
पेट्रोल पंप को बनाया निशाना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल के आवास व पेट्रोल पंप को निशाना बनाया। भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेंद्र सर्राफ के आवास पर हमला कर चार वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। लौरिया के भाजपा विधायक विनय बिहारी की गाड़ी पर हमला कर दिया। विधायक जान बचाकर भागे। संजय जायसवाल का स्पष्ट कहना है कि उपद्रव छात्र-युवा नहीं, बल्कि राजद के गुंडे मचा रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
हरियाणा में उपद्रवियों से होगी वसूली
विरोध के नाम पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के विरुद्ध हरियाणा सरकार बहुत ही सख्त है। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आगजनी व हिंसा करने वाले लोग असामाजिक और शरारती तत्वों की श्रेणी में आते हैं, जो सेना में जाने वाले नहीं हो सकते। यदि ऐसे लोग सेना में भर्ती होने के पात्र भी हुए तो उन्हें मौका नहीं दिया जाएगा। इतना ही नहीं, सरकार उपद्रवियों के खिलाफ ‘हरियाणा लोक व्यवस्था में विघ्न के दौरान संपत्ति की क्षति वसूली विधेयक 2021’ के तहत कार्रवाई की जा सकती है। कृषि कानूनों के विरोध के दौरान ही यह कानून लागू हुआ था। नुकसान की वसूली उन लोगों से भी की जाएगी, जो विरोध प्रदर्शनों को प्रोत्साहित करते हैं।
कोचिंग संचालकों को कमाई छीनने का खतरा
ग्वालियर में कोचिंग संचालकों की संदिग्ध भूमिका के पीछे कमाई छीनने का उनका डर सामने आया है। मध्य प्रदेश का यह शहर सेना, पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस बल में भर्ती की तैयारी का बड़ा केंद्र है। आसपास के भिंड, मुरैना, दतिया और अन्य जिलों के युवक यहीं तैयारी के लिए आते हैं। अमूमन एक अभ्यर्थी दो से तीन साल तक तैयारी के बाद ही भर्ती के लिए शारीरिक रूप से दक्ष हो पाता है। कोचिंग संचालक एक से लेकर दो साल और चयन होने तक का पैकेज बताते हैं और एकमुश्त फीस वसूलते हैं। यह 25 से 75 हजार रुपये तक हो सकती है। ग्वालियर में पिछले पांच साल में तेजी से ऐसे केंद्र खुले हैं। इनकी संख्या करीब 50 है।