इस मौके पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने इस मुद्दे पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान ही उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा भेजे गए लीगल नोटिस की कॉपी को फाड़ डाला।
संजय सिंह ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के मानहानि नोटिस की कॉपी को बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान फाड़ते हुए यह भी कहा – ‘वीके सक्सेना को मैं कहना चाहता हूं कि भारत का संविधान मुझे सच बोलने का अधिकार देता है। देश के सर्वोच्च सदन का सदस्य होने के नाते मुझे सच बोलने का अधिकार है। किसी चोर भ्रष्ट व्यक्ति के नोटिस भेजने से मैं रुकने और डरने वाला नहीं हूं। ऐसे नोटिस को मैं 10 बार फाड़ कर फेंकता हूं।’
इतना कहने के साथ ही प्रेसवार्ता के दौरान ही AAP नेता संजय सिंह ने एलजी विनय कुमार सक्सेना का नोटिस फाड़ डाला। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उपराज्यपाल के नोटिस पर वह माफी नहीं मांगेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कुछ आम आदमी पार्टी के नेताओं को लीगल नोटिस भेजकर फेक न्यूज के जरिये छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने AAP नेताओं आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और जैस्मीन शाह को भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के साथ साथ एलजी पर अपमानजनक नारे लगाने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। इसी नोटिस को बुधवार को पत्रकार वार्ता के दौरान AAP नेता संजय ने फाड़ दिया।
गौरतलब है कि खादी ग्रामोद्योग निगम के चेयरमैन रहते हुए नोटबंदी के दौरान 1400 करोड़ के भ्रष्टाचार के लगाए गए आरोप पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कुछ AAP नेताओं को लीगल नोटिस भेज कर 48 घंटे में लिखित माफी मांगने के लिए कहा था। यह समय बुधवार को खत्म हो रहा है।