नई दिल्ली, । एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को कहा कि पूर्व नेशनल कैरियर में एक विशाल एयरलाइन बनने की पूरी क्षमता है और हमारी कोशिश रहेगी कि इसे इंटरनेशनल मार्केट में बड़ी एयरलाइन के रूप में स्थापित कर पाएं।
मीडिया को वर्चुअली संबोधित करते हुए विल्सन ने आगे कहा कि एयर इंडिया के साथ विस्तारा के एकीकरण की प्रक्रिया चल रही है और अब भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी का इंतजार है। साथ ही एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (जिसे पहले एयरएशिया इंडिया के नाम से जाना जाता था) का एकीकरण भी कार्य चल रहा है।
अंतरारष्ट्रीय बाजार में बड़ा प्लेयर बनने क्षमता
विल्सन ने आगे कहा कि एयर इंडिया में बड़ी एयरलाइन बनने की पूरी क्षमता और अभूतपूर्व अवसर हैं। टाटा समूह एयरलाइन को एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्लेयर बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है।
एयर इंडिया ने दिया 470 विमानों का ऑर्डर
14 फरवरी को एयर इंडिया ने 470 नए विमान खरीदने का एलान किया था। ये अब तक एविएशन इतिहास में किसी भी विमान कंपनी की ओर से दिया गया सबसे बड़ा ऑर्डर था। विल्सन ने बताया कि विमानों की खरीद के पैसे का इंतजाम कई सोर्स से किया जाएगा।
470 विमानों के इस ऑर्डर में एयर इंडिया 250 विमान फ्रांस की कंपनी एयरबस से और 220 विमान बोइंग से खरीदे जाएंगे। इसके साथ ही 370 और विमान को खरीदने का विकल्प भी डील में रखा गया।
370 विमानों की वैकल्पिक खरीद को लेकर विल्सन ने कहा कि इसके लिए कोई भी टाइमलाइन निर्धारित नहीं की गई है। हम बाजार की परिस्थितियों का विश्लेषण करने के बाद ही इस पर फैसला लेंगे।
एयरइंडिया को चमकाने की तैयारी
पिछले साल सिंतबर में एयरइंडिया को एक अंतरारष्ट्रीय स्तर की एयरलाइन बनाने के लिए टाटा ग्रुप की ओर से ‘विहान.एआई’ (Vihaan.AI) को शुरू किया था। इसमें कंपनी अपने नेटवर्क और फ्लीट का भी विस्तार करेगी। कंपनी का जोर ग्राहक अनुभव को बेहतर करने, समय पर सेवाएं देने, सबसे अच्छे टैलेंट को कंपनी में लाने और इनोवेशन पर होगा।