नई दिल्ली, । देश में तीन दिवसीय B20 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। इस सम्मेलन में कई उद्योगपति के साथ साथ देश के कई मंत्री जैसे पीयूष गोयल,विदेश मंत्री एस जयशंकर,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी शामिल हैं। यह वैश्विक व्यापार समुदाय के लिए आधिकारिक G20 का एक प्रमुख सहयोगी समूह है। यह एक तरह का संवाद मंच है।
B20 शिखर सम्मेलन में निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत सरकार की प्राथमिकता है कि वह महंगाई पर काबू करें। ऐसे में ब्याज दरों में बढ़ोतरी इसका उपाय नहीं है। सरकार महंगाई को कंट्रोल करने के लिए कई कदम उठा रही है।
महंगाई से निपटने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाना एकमात्र उपाय नहीं है। इसके आगे उन्होंने कहा कि हमारे पास लोकतंत्र है, बोलने की आजादी है और हमें सरकार की आलोचना करने वालों से कोई समस्या नहीं है।
निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने कही मुख्य बातें
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि भारत ने पिछले नौ वर्षों में आर्थिक सुधारों की तीव्र गति प्रदर्शित की है। केंद्रीय बैंकों को विकास संबंधी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखना होगा, साथ ही महंगाई को नियंत्रित करने पर भी ध्यान देना होगा।उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि भारत के आगामी जीडीपी आंकड़े अच्छे होंगे।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उच्च बजट पूंजीगत व्यय के कारण निजी पूंजीगत व्यय चक्र में बढ़ोतरी अब महसूस की जा सकती है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जब हम वैश्विक तस्वीर देखते हैं तो भारत की अर्थव्यवस्था खुद बोलती है। हमें अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में तेजी से विविधता लाने की जरूरत है। लचीली और कुशल आपूर्ति श्रृंखलाओं के साथ अच्छी तरह से काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय बाजार ही हमारी वृद्धि को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हमें होने वाले किसी भी झटके से खुद को पर्याप्त रूप से बचाने की जरूरत है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत में अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश के दावे को लेकर पश्चिमी मीडिया पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ बोलने वाले बहुत से लोग ऐसा करना जारी रखते हैं और हमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं होती है।