भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने लैंगिक समानता की ओर एक कदम बढ़ाते हुए महिला एवं पुरुष क्रिकेटरों को समान मैच फीस देने का फैसला किया है। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा, “मुझे भेदभाव से निपटने की दिशा में बीसीसीआई के पहले कदम की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। हम अनुबंधित महिला क्रिकेटरों के लिए समान वेतन नीति लागू कर रहे हैं। क्रिकेट में लैंगिक समानता के एक नये युग में प्रवेश करते हुए पुरुष और महिला क्रिकेटरों दोनों के लिए मैच फीस समान होगी।” शाह ने आगे कहा, “बीसीसीआई महिला क्रिकेटरों को उनके पुरुष समकक्षों के समान मैच फीस का भुगतान किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि बीसीसीआई अनुबंधित खिलाड़ियों को टेस्ट मैचों के लिये 15 लाख रुपये, वनडे मैचों के लिए छह लाख रुपये और टी20 मैचों के लिए तीन लाख रुपये देगा। शाह ने कहा, “वेतन समानता हमारी महिला क्रिकेटरों के लिए मेरी प्रतिबद्धता थी और मैं एपेक्स काउंसिल को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।”भारत दूसरा देश है जिसने अपने पुरुष और महिला क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के लिए समान मैच फीस की घोषणा की है। न्यूजीलैंड ने जुलाई में इसकी घोषणा कर दी थी। 1 अगस्त 2022 से, न्यूजीलैंड की पुरुष टीम और महिला टीम को समान मैच फीस मिली है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है। टीम ने बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों (सीडब्ल्यूजी) में रजत पदक जीता था। इंग्लैंड को उसकी सरमजीं पर वनडे सीरीज में 3-0 से हराया और फिर रिकॉर्ड सातवीं बार एशिया कप पर भी कब्जा जमाया।