दरअसल एक वकील द्वारा बेंच से बुधवार को होने वाले इस सुनवाई को फिजिकल मोड में करने की अपील की गई थी जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने साल्वे को वर्चुअल तरीके से उपस्थित होने की अनुमति दे दी है। वकील द्वारा इस बात की जानकारी देते हुए कहा गया कि कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता साल्वे को वर्चुअल तरीके से उपस्थित होने की अनुमति दे दी है।
मालूम हो कि बीसीसीआइ ने 2019 में अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना ही संविधान संशोधन किया था और इसे लागू कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। वरिष्ठ अधिवक्ता पीएस पटवालिया वे कहा था कि उन्होंने इसके लिए 2 साल पहले ही आवेदन कर दिया था लेकिन कोविड के कारण इसकी सुनवाई नहीं हो सकी थी।
पटवालिया ने कहा था कि कोर्ट के आदेशानुसार बिना अनुमति के इस संविधान में सुधार नहीं किया जा सकता है।