नई दिल्ली, : हर साल कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज मनाया जाता है। तदानुसार, इस वर्ष 27 अक्टूबर को भाई दूज मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाई के सिर पर तिलक लगाकर, आरती उतारकर मृत्यु के देवता से भाई की लंबी आयु, सुख-समृद्धि व अच्छे भाग्य की कामना करती हैं। धार्मिक मान्यता है कि भाई दूज की तिथि को मृत्यु के देवता यमराज अपनी बहन यमुना जी के यहां भोजन करने पधारे थे। इस मौके पर यमुना जी ने सिर पर तिलक लगाकर यमराज का स्वागत किया था। कालांतर से यह पर्व मनाया जाता है। उदया तिथि के चलते कई जगहों पर आज भाई दूज मनाया जा रहा है। आइए आचार्य श्याम चन्द्र मिश्र से जानते हैं कि दोनों दिन किस समय बहने अपने भाई को लगा सकती हैं तिलक-
भाई दूज पर्व 2022 कब? (When is Bhai Dooj 2022)
हिन्दू पंचांग में बताया गया है कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का समापन 27 अक्टूबर को 12:45 पर होगा। आचार्य मिश्र के अनुसार दोनों ही दिन भाई दूज पर्व के लिए उत्तम हैं। भाई-बहनों को इस दिन केवल शुभ मुहूर्त का रखना होगा।
भाई दूज शुभ मूहूर्त 27 अक्टूबर (Bhai Dooj 2022 Shubh Muhurat 27 October)
जो लोग 27 अक्टूबर को भाई दूज पर्व मना रहे हैं उनके लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11:07 से दोपहर 12:45 तक रहेगा। वहीं इस दिन अभिजीत मुहूर्त 11:42 से शुरू होगा और दोपहर 12:27 तक रहेगा। इस बीच बहनें अपने भाई को तिलक लगा सकती हैं और विधिवत पूजा कर सकती हैं।