नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के पंजाब चरण की शुरुआत से पहले बुधवार सुबह गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में माथा टेका। आज उन्होंने लाल रंग की पगड़ी पहनी है। इस दौरान राहुल गांधी के साथ राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सचिन पायलट, विधायक राणा गुरजीत, साधू सिंह धर्मसोत, बरिंदरमीत पाहड़ा, कुलबीर सिंह जीरा भी शामिल हुए।
इस दौरान राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि हम इस यात्रा में लंबे भाषण नहीं देते हैं। यह यात्रा बोलने की नहीं बल्कि सुनने की है। हम सुबह 6 बजे उठते हैं, लगभग 25 किमी चलते हैं और 6-7 घंटे आप सभी को सुनते हैं। उसके बाद 10-15 मिनट तक हम अपने विचार रखते हैं। इस यात्रा की भावना ‘सुनना’ है।
उन्होंने कहा, ”हमने सोचा कि इस यात्रा को भारत के सबसे बड़े मुद्दों – नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई को उठाना चाहिए और इन मुद्दों के खिलाफ लड़ना चाहिए।” वे एक जाति को दूसरी जाति से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इन्होंने देश का माहौल खराब किया है। हमने सोचा कि देश को एक अलग रास्ता दिखाना चाहिए – प्यार, एकता और भाईचारे का। इसलिए, हमने यह यात्रा शुरू की।
कार्यक्रम में देरी होने की वजह से अब साढ़े 6 की जगह 7.50 बजे सरहिंद की दाना मंडी में फ्लैग एक्सचेंज सेरेमनी होगी। हरियाणा कांग्रेस के नेता पंजाब कांग्रेस के नेताओं को यात्रा का फ्लैग सौंपेंगे। जिसके बाद सुबह 8.20 बजे यात्रा शुरू हो जाएगी। 11.30 बजे मॉर्निंग ब्रेक के बाद दोपहर साढ़े 3 बजे रैली दोबारा मंडी-गोबिंदगढ़ स्थित खालसा स्कूल के ग्राउंड से शुरू होगी।
इस दौरान राहुल गांधी के साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहेंगे।
यात्रा के पंजाब-चरण के कार्यक्रम के अनुसार, यह फतेहगढ़ साहिब में सरहिंद से शुरू होगी और मंडी गोबिंदगढ़, खन्ना, साहनेवाल, लुधियाना, गोराया, फगवाड़ा, जालंधर, दसुआ और मुकेरियां से होकर गुजरेगी। यात्रा के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश से पहले 19 जनवरी को पठानकोट में रैली होगी। राहुल गांधी सुबह और शाम तीन-तीन घंटे पैदल चलकर 25 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा जो 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, 30 जनवरी तक श्रीनगर में समाप्त होगी, जिसमें गांधी जम्मू और कश्मीर की राजधानी में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे।