पटना। लोकसभा चुनाव की सियासी हलचल में पक्ष-विपक्ष के भी आरोप-प्रत्यारोप लगातार जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लालू प्रसाद पर अधिक संतानें पैदा करने की टिप्पणी का जवाब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मेरे अभिभावक की तरह हैं। उन्हें जो बोलना चाहिए वह नहीं बोल कर मेरे पिता पर बोल रहे हैं। असल में वे बोल नहीं रहे उनसे बुलवाया जा रहा है। जो बुलवाने वाले लोग हैं उनके बारे में हम अपनी किताब में चर्चा करेंगे।
चुनावी सभा के लिए रवाना होने के पूर्व तेजस्वी यादव अपने आवास के बाहर मीडिया से बात कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा जो अधिक संतान को लेकर लालू प्रसाद पर टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें बताना चाहते हैं कि संविधान लिखने वाले बाबा साहब अंबेडकर 14 भाई-बहन थे। बाबा साहब स्वयं 14वीं संतान थे। देश के लिए बलिदान देने वाले सुभाष चंद्र बोस भी 14 भाई-बहन थे। सुभाष चंद्र स्वयं आठवीं संतान थे।
‘नीतीश कुमार खुद पांच भाई-बहन हैं…’
तेजस्वी ने आगे कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं पांच भाई-बहन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी भी सात भाई-बहन थे। पीएम नरेंद्र मोदी छह भाई-बहन हैं। वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के दादाजी सात भाई बहन थे, प्रधानमंत्री मोदी के एक चाचा नरसिंह दास के आठ बच्चे हैं। गृह मंत्री अमित शाह सात भाई-बहन हैं और वह खुद सातवें नंबर पर है।
‘नरसिम्हा राव जी के आठ बच्चे थे…’
उन्होंने यह भी कहा कि पटना साहिब के रविशंकर जी सात भाई बहन हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर 10 भाई बहन हैं। राष्ट्रगान लिखने वाले रवीन्द्र नाथ टैगोर सात भाई बहन थे। पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी जी 14 भाई-बहन थे। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी के आठ बच्चे थे।
‘प्रधानमंत्री जी से हाथ जोड़कर…’
उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। प्रधानमंत्री जी से हाथ जोड़कर आग्रह है कि मुद्दे की बात करें। देश का नौजवान, बुजुर्ग, व्यवसायी वर्ग, देश का किसान, माता-बहनें व सभी वर्ग का एक निशाना है। महंगाई, बेरोजगारी और खराब अर्थ-व्यवस्था। यही असल मुद्दा है।
तेजस्वी यादव ने आगे कबा कि पीएम से यही सवाल है 10 साल में आपने क्या किया? आपका देश के लिए क्या विजन है? लेकिन एक प्रधानमंत्री मंदिर-मसजिद की बात करता है जो शोभा नहीं देता।