पटना। राज्य की महागठबंधन सरकार को समर्थन दे रही भाकपा माले ने कहा है कि दो सीटों के उपचुनाव के परिणाम में सरकार के प्रति जनता की नाराजगी की झलक मिली है। सरकार सावधान हो जाए। वह जनता से किए गए वादे को पूरा करे।
सरकार से आम लोग निराश
पार्टी की पोलितब्यूरो की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्या ने कहा कि महागठबंधन सरकार से आम लोग लगातार निराश हो रहे हैं। शिक्षकों की बहाली पर अब तक पहल नहीं होना चिंताजनक है। इसके खिलाफ युवाओं में आक्रोश पनप रहा है। पूर्ववर्ती सरकार की तर्ज पर पुलिस दमन जारी है। बिना वैकल्पिक आवास की व्यवस्था किए गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्य सचिव कुणाल व पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा एवं अमर भी मौजूद थे। भट्टाचार्या ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट द्वारा वैध ठहराना दुर्भाग्यपूर्ण है। संविधान की मूल भावना और आरक्षण की मूल अवधारणा के विपरीत है। आरक्षण का प्रावधान सामाजिक भेदभाव व विषमता को खत्म कर सामाजिक न्याय को मजबूत करने के लिए किया गया था।
15 फरवरी को गांधी मैदान में होगी रैली
उन्होंने कहा कि जब आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ गई है तो राज्य सरकारों को वंचित समुदाय के आरक्षण के दायरे को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बक्सर में आयोजित सनातन समागम का आयोजन धर्म के नाम पर भाजपा-आरएसएस की विभाजनकारी राजनीति का ही एक हथकंडा है। माले महासचिव ने बताया कि पार्टी का 11 वां महाधिवेशन पटना में 15-20 फरवरी तक आयोजित होगा। 15 फरवरी को गांधी मैदान में लोकतंत्र बचाओ- देश बचाओ रैली होगी।