पटना। : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षा विभाग तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 6,061 पद तथा शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों के 40 हजार 247 पदों पर नियुक्ति के लिए 11 मार्च से आनलाइन आवेदन स्वीकार करेगा।
आयोग की वेबसाइट https://www.bpsc.bih.nic.in/ पर दोनों श्रेणी के पदों की नियुक्ति प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी अपलोड कर दी गई है। सचिव रविभूषण ने बताया कि दो अप्रैल तक आनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। अभ्यर्थी विज्ञापन से संबंधित सूचना, विवरणी सहित सभी जानकारी के लिए आयोग की वेबसाइट के संपर्क में रहें। आवेदन से पहले वेबसाइट पर दर्ज विस्तृत दिशा-निर्देश का अध्ययन कर लें। त्रुटि में सुधार के लिए अवसर प्रदान नहीं किए जाएंगे। दोनों श्रेणी में महिलाओं के 35 प्रतिशत सीटें आरक्षित हैं।
दक्षता परीक्षा में उत्तीर्ण ही बनेंगे प्रधानाध्यापक
BPSC Teacher Vacancy: आयोग द्वारा अधिसूचना के अनुसार 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षकों को आवेदन के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। वहीं, 2012 से पहले नियुक्त शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा में उत्तीर्णता आवश्यक होगी। सीबीएसई, आइसीएसई तथा बिहार बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा या पात्रता परीक्षा का प्रविधान लागू नहीं होगा।
आवेदन के लिए राज्य सरकार के विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम आठ वर्ष की लगातार सेवा, सीबीएसई, आइसीएसई व बिहार बोर्ड से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालयों में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 12 साल की लगातार सेवा तथा सीबीएसई, आइसीएसई व बिहार बोर्ड से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 10 वर्ष की लगातार सेवा अनिवार्य है। अवधि की गणना योगदान की तिथि अथवा प्रशिक्षण अर्हता प्रापत करने की तिथि, जो बाद की तिथि हो के आधार पर की जाएगी। आयु की गणना एक अगस्त, 2023 से सामान्य श्रेणी के लिए न्यूनतम 31 तथा अधिकतम 47 वर्ष निर्धारित है, अन्य वर्गों के अभ्यर्थियों को उम्र में छूट का प्रविधान है।
निगेटिव मार्किंग का प्रविधान नहीं
सचिव रविभूषण ने बताया कि प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए मेधा सूची लिखित परीक्षा के भाग एक और दो में प्राप्त अंक के आधार पर बनेगी। लिखित परीक्षा वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय आधारित होगी। प्रत्येक प्रश्न एक-एक अंक का होगा। गलत जवाब के लिए ऋणात्मक अंक का प्रविधान नहीं है। लिखित परीक्षा के लिए पुनर्मूल्यांकन का प्रविधान नहीं है।
प्रश्न पत्र का भाग एक 100 तथा भाग दो 50 अंकों का होगा। सभी 150 प्रश्नों के जवाब के लिए दो घंटे 30 मिनट अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। प्रश्न सामान्य अध्ययन और बीएड से संबंधित होंगे। भाग एक सामान्य अध्ययन तथा भाग दो प्रधानाध्यापक के लिए बीएड पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्न होंगे।