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CG: संस्कृत विद्यामंडलम की 10वीं की परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा, जिसे बनाया थर्ड टॉपर


रायपुर। छत्तीसगढ़ में संस्कृत विद्यामंडलम की 10वीं की परीक्षा में गड़बड़झाला सामने आया है। बोर्ड ने जिस छात्रा को 10वीं की मेरिट सूची में तीसरे नंबर का टॉपर बनाया है, वह परीक्षा में बैठी ही नहीं थी। परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी सामने आते ही अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। मीडिया द्वारा संज्ञान लेने के बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में मेरिट सूची ही निरस्त कर दिया।

 

15 मई को छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम ने 10वीं-12वीं के नतीजों का एलान किया था। परीक्षा परिणाम 96.35 प्रतिशत रहा। जिसमें कुल 3 हजार 504 परीक्षार्थी (कक्षा 9वीं से 12वीं तक) शामिल हैं। इसमें छात्र 2 हजार 90 एवं छात्राएं 1 हजार 414 हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2024 की मुख्य परीक्षा के लिए छत्तीसगढ़ में कुल 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिसमें (9वीं से 12वीं) में 3 हजार 196 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। उसमें छात्र 1 हजार 891 और 1 हजार 305 छात्राएं पास हुईं।

कक्षा 10वीं में चंद्रभागा कश्यप और 12वीं में यामिनी भगत ने टॉप किया है। रिजल्ट प्रतिशत की बात करें तो 10वीं का 98.48 फीसदी और 12वीं का 98.43 फीसदी रहा है।

जांच के लिए गठित नहीं की गई कोई टीम

मीडिया के माध्यम से 10वीं की परीक्षा में गड़बड़झाला सामने आने के बाद अबतक बोर्ड अधिकारियों की तरफ से जांच के लिए कोई टीम गठित नहीं की गई है। 10वीं की मेरिट सूची के अनुसार 44 वर्षीय मोहनमती तीसरे नंबर की टॉपर रही हैं। उसे खरसिया स्थित दीपांशु संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय औरदा (रायगढ़) से पढ़ाई करना बताया गया है। मोहनमती का रिजल्ट 83.71 प्रतिशत बताया गया है, जबकि वे परीक्षा में बैठी ही नहीं थीं।

पहले से ही फॉर्म रिजेक्ट

संस्कृत बोर्ड के अनुसार, मोहनमती का फॉर्म पहले से ही तकनीकी कारणों से रिजेक्ट किया जा चुका है। इस वजह से वे परीक्षा में बैठी ही नहीं, जबकि रोल नंबर 24102722, जिसे मेरिट सूची में मोहनमती का बताया गया है, जबकि वह मोहनमती का न होकर एक दूसरी छात्रा का है।

लिपकीय त्रुटियों के कारण हुआ ऐसा

छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम रायपुर की सचिव अलका दानी ने कहा कि कक्षा पूर्व मध्यमा प्रथम वर्ष नौवीं से उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष 12वीं तक का वर्ष 2024 का परीक्षा परिणाम 15 मई को घोषित किया गया था। परीक्षा परिणाम के साथ कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं की अस्थायी प्रावीण्य सूची जारी की गई थी। इसमें लिपकीय त्रुटियों के कारण उक्त सूची को निरस्त किया जाता है। नई प्रावीण्य सूची विद्यामंडलम द्वारा बाद में जारी की जाएगी।