नई दिल्ली, : चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल को प्रतिपदा के साथ शुरू होकर आज दशमी तिथि के साथ समाप्त हो रही है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई है। नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ जौ बोए जाते हैं। मान्यता है कि रोजाना इसकी विधि-पूर्वक पूजा करने के बाद दशमी तिथि को विसर्जन करना जरूरी होता है। तभी पूजा का पूर्ण फल मिलता है। जानिए पारण का सही समय और पूजा विधि।
पारण करने का सही समय
तिथि- 11 अप्रैल 2022
दशमी तिथि प्रारंभ: 11 अप्रैल सुबह 3 बजकर 15 मिनट से
दशमी तिथि समाप्त: 12 अप्रैल सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06 बजे से 6 बजकर 51 मिनट तक
पारण का समय- सुबह 6 बजकर 38 मिनट से शुरू
नवरात्रि पारण का महत्व
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन करना चाहिए और दशमी के दिन व्रत को खोलना शुभ होता है। दशमी तिथि को पारण करने से व्यक्ति के ऊपर मां दुर्गा का आशीर्वाद बना रहता है। हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिलने के साथ जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसलिए दशमी तिथि को ही विधिवत तरीके से मां दुर्गा को विदा करना चाहिए।